छत्तीसगढ़ की निलंबित IAS अधिकारी रानू साहू को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने DMF (जिला खनिज न्यास) घोटाले में पूछताछ के लिए रिमांड पर ले लिया है। रानू साहू कोल लेवी घोटाले में पहले से ही जेल में बंद है।
कोर्ट ने गुरुवार को रानू साहू को 22 अक्टूबर तक ईडी रिमांड पर भेजने का निर्णय सुनाया। ईडी को हर दिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक उनसे पूछताछ की अनुमति दी गई है।
एक दिन पहले ही पेश होना था रानू को
कोर्ट ने रानू साहू के स्वजनों को एक दिन छोड़कर उनसे मिलने की अनुमति भी दी है। बतादें कि रानू साहू को बुधवार को जेल से अदालत में पेश किया जाना था, लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के चलते उन्हें अदालत में पेश नहीं किया जा सका। बताया जा रहा है कि रानू साहू को हाइपर टेंशन की समस्या हुई, जिसके चलते उनकी पेशी स्थगित कर दी गई। उनकी गिरफ्तारी एक दिन टल गई थी, लेकिन गुरुवार को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही आदिवासी विभाग की सहायक आयुक्त रही माया वारियर को ED ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। कोरबा में रानू साहू के कलेक्टर के कार्यकाल के दौरान माया वारियर भी पदस्थ रहीं और दोनों ने अन्य अधिकारियों और दलालों के साथ मिलकर DMF के फंड का जमकर दुरूपयोग किया। ED पहले ही इस घोटाले का खुलासा कर चुकी है, और अब इस मामले में पूछताछ का दौर शुरू किया गया है।