छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह प्रचार करने के लिए पहुंचे थे। इसके खिलाफ कांग्रेस ने शिकायत करने का ऐलान किया है। कांग्रेस ने डॉ. रमन सिंह पर संवैधानिक पद की मर्यादा का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग में शिकायत करने का ऐलान किया है।
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने आरोप लगाया कि डॉ. रमन सिंह को अपने पद की मर्यादा रखना चाहिए। उन्होंने कहा, “डॉ. रमन सिंह एक संवैधानिक पद पर हैं। इस तरह से खुलेआम पार्टी का प्रचार करना सीधे तौर पर संवैधानिक पद की मर्यादा का उल्लंघन है।” कांग्रेस के विधि विभाग का प्रतिनिधि मंडल शनिवार को निर्वाचन आयोग में इस मामले में शिकायत दर्ज कराएगा।
कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने भी डॉ. रमन सिंह के आचरण पर सवाल उठाते हुए कहा, “डॉ. रमन सिंह अध्यक्ष पद की मर्यादा को बेहतर समझते हैं। इसके बावजूद वे भाजपा का चुनाव प्रचार कर रहे हैं, जो संवैधानिक पद की गरिमा के खिलाफ है।”
भाजपा का पलटवार
कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, “कांग्रेस के इस बयान से साफ होता है कि उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। विकास के मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कांग्रेस इस तरह के बयान दे रही है।”

इससे पहले बीजेपी ने महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक पर कांग्रेस के पक्ष में चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया है।
इस तरह दोनों पार्टियां आपस में भिड़े हुए हैं।

राजनांदगाँव में हुई विजय संकल्प सभा
बता दें कि शुक्रवार को राजनांदगाँव में भाजपा के महापौर प्रत्याशी मधुसूदन यादव और सभी पार्षदों के प्रचार के लिए विजय संकल्प सभा का आयोजन किया गया था। इस सभा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह शामिल हुए थे।
बिलासपुर में राजनीति ने नया मोड़ लिया है, जहां कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। लाल्टू घोष समेत छह प्रमुख नेताओं ने भाजपा जॉइन की है। ये नेता टिकट वितरण को लेकर असंतुष्ट थे, जिससे वे पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर हो गए।

