सेवानिवृत्त व्याख्याता श्री डोमार सिंह यादव और श्री महेंद्र कुमार साहू को शाला परिवार ने दी विदाई!
खरोरा, 28 जून 2025 पीएम श्री भरत देवांगन शासकीय उत्कृष्ट हिंदी/अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, खरोरा में आयोजित एक हृदयस्पर्शी समारोह में सेवानिवृत्त व्याख्याताओं डोमार सिंह यादव और महेंद्र कुमार साहू को विद्यालय परिवार और शाला प्रबंधन एवं विकास समिति ने भावपूर्ण विदाई दी। समारोह में शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ठाकुर, प्राचार्य रजनी मिंज, विधायक कार्यालय प्रभारी व नगर पंचायत खरोरा उपाध्यक्ष सुमित सेन, शाला प्रबंधन समिति के सदस्य यज्ञदत्त शर्मा, रश्मि वर्मा, सचिन अग्रवाल ,व्याख्याता पुरुषोत्तम देवांगन, शाहिना परवीन, संगीता नायक, रीतारानी वर्मा, रजनी त्रिपाठी, चमेली खरे, जयंती साहू, अल्का मिंज, तान्या भट्टाचार्य, मोंगरा साहू, नीतू यादव, प्रिया संघवी, बिजेश्वरी महिलांगे, जगदेव बंजारे, योगेंद्र त्रिपाठी, विष्णु साहू, प्रवीण पाटिल, घनेंद्र आडिल, प्रीति ध्रुव, गीतांजलि पान, शिवांगी निषाद सहित विद्यालय के सभी छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।
इस अवसर पर दोनों व्याख्याताओं को पुष्प गुच्छ, शाल और श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। प्राचार्य रजनी मिंज ने अपने उद्बोधन में डोमार सिंह यादव और महेंद्र कुमार साहू की कर्तव्यनिष्ठा, सरल स्वभाव और समर्पित कार्यशैली की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि दोनों ने विद्यालय के शैक्षणिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो हमेशा प्रेरणादायी रहेगा।
शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में दोनों व्याख्याताओं के कार्यों की सराहना करते हुए कहा, “सेवानिवृत्ति के बाद भी विद्यालय के द्वार आपके लिए शिक्षकीय कार्यों हेतु हमेशा खुले रहेंगे।” उन्होंने दोनों के स्वस्थ और सुखमय भविष्य की कामना की।
व्याख्याता पुरुषोत्तम देवांगन ने कहा कि दोनों व्याख्याता अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करते थे। शाहिना परवीन, संगीता नायक, रजनी त्रिपाठी और रीतारानी वर्मा ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि डोमार सिंह और महेंद्र कुमार बच्चों के साथ बच्चे बनकर पढ़ाते थे और हर कार्य में सहर्ष सहयोग देते थे, जिससे जटिल कार्य भी सुगम हो जाते थे।
विदाई समारोह में उपस्थित सभी शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्र-छात्राओं ने दोनों व्याख्याताओं के साथ बिताए पलों को याद किया और उनके योगदान को हृदय से सराहा। यह समारोह न केवल विदाई का अवसर था, बल्कि उनके द्वारा स्थापित उच्च आदर्शों और समर्पण को सम्मान देने का एक भावुक क्षण भी रहा।
विद्यालय परिवार ने दोनों व्याख्याताओं के उज्ज्वल भविष्य और स्वस्थ जीवन की कामना करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न भेंट किए। यह समारोह सभी के लिए एक अविस्मरणीय और भावनात्मक अनुभव रहा।