त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण का मतदान और परिणाम दोनों आ चुके हैं, रायपुर जिला के तिल्दा जनपद पंचायत क्रमांक 18 और 19 में पति-पत्नी की जोड़ी जीत कर आई है जो इलाके में चर्चा का विषय है।
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ये वही प्रत्याशी हैं जिनके जीत के साथ एक तथाकथित अपहरण का मामला भी जुड़ा हुआ है, दरअसल तिल्दा जनपद के कद्दावर नेता सोनू टिकेश्वर मनहरे पर कथित रूप से एक जनपद उम्मीदवार का अपहरण का मामला सुर्खियों में रहा लेकिन उसी उम्मीदवार को हराकर सोनू टिकेश्वर मनहरे ने जीत हासिल की है, उनका मानना है की जनता जिसके साथ है उस पर लाख आरोप प्रत्यारोप हो आखिरकार जीत सत्य की ही होती है और उन्होंने अपनी जीत को एक बार फिर से सच्चाई की जीत बताई है, साथ ही उनकी पत्नी प्रीति मनहरे भी इस बार तिल्दा जनपद से विजय तिलक कर जन सेवा में कदम रख चुकी है, उन्होंने आरंग विधायक की रिश्तेदार को हराकर यह बड़ी जीत दर्ज की है।
तिल्दा जनपद क्षेत्र में दोनों पति-पत्नी का जीत कर आना एक बड़ी कामयाबी मानी जा रही है,इलाके में यह चर्चा का विषय बना हुआ है।
इससे पहले भी सोनू टिकेश्वर मनहरे तिल्दा जनपद पंचायत में उपाध्यक्ष रहे हैं और लगातार क्षेत्र में 20 सालों से जन सेवा कर रहे हैं और इस बार फिर जनता ने उन्हें जीत का तिलक लगाया है अब साथ ही उनकी धर्म पत्नी प्रीति मनहरे भी जीत कर अब जन सेवा की बागडोर संभालेंगी।
बताते चलें की सोनू टिकेश्वर मनहरे और प्रीति मनहरे बीजेपी के वरिष्ठ नेता वेदराम मनहरे के छोटे भाई और बहू हैं।
पहले चरण के परिणाम में जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 16 से वेदराम मनहरे की हार भी चर्चा में रही, उन्होंने आरंग विधायक गुरु खुशवंत साहब के भाई गुरु सौरभ साहब से टक्कर लेते हुए महज कुछ 250 लगभग वोटो से पराजय पाई है, अब कहां जा रहा है कि उस पराजय का बदला तिल्दा जनपद पंचायत में छोटे भाई और बहू ने एक बड़ी जीत के साथ ले लिया है।