छत्तीसगढ़ में उपचुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है। जहां बीजेपी और कांग्रेस ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। इसी चुनाव के ठीक बाद प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव हो सकते हैं। इसको लेकर भी राजनीतिक दल तैयारी कर रहे हैं। वहीं रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट को भी निकाय चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
रायपुर दक्षिण सीट पर भी 19 वार्ड (Raipur South By-Election) शामिल है। जहां के पार्षदों का भी भविष्य इस चुनाव पर टिका हुआ है। उनकी साख भी दाव पर लगी है। क्योंकि उनके वार्डों के पोलिंग बूथ हर पार्टी जीतना चाहेगी। ऐसे में सिटिंग पार्षद का रोल इसमें सबसे अहम माना जा रहा है। इसी चुनाव के परिणाम का असर रायपुर नगर निगम के चुनाव में भी पड़ेगा।
रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट (Raipur South By-Election) में 19 वार्ड आते हैं। वहीं रायपुर नगर निगम के सीमा में 70 वार्ड हैं। दक्षिण सीट में 19 वार्ड के पार्षद अपने क्षेत्र में चुनाव जिताने के लिए पुरजोर मेहनत कर रहे हैं। जहां बीजेपी के 8 बीजेपी के पार्षद हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी के 9 पार्षद हैं। इसके अलावा 2 निर्दलीय पार्षद हैं, जो कांग्रेस का समर्थन कर रहे हैं।
रायपुर दक्षिण उपचुनाव (Raipur South By-Election) को लेकर राजनीतिक विशलेषक मानते हैं कि इस बार का उपचुनाव अहम है। यहां विधानसभा चुनाव 2023 से अलग मानी जा रही है। जहां हर समय बीजेपी का पलड़ा भारी रहता था। लेकिन इस बार दोनों ही उम्मीदवार ने नए कैडिडेट को मौका दिया है। ऐसे में इस विधानसभा सीट की राजनीतिक परिस्थिति बदल गई है।
राजनीतिक विशेष बताते हैं कि इस विधानसभा में जिस पार्टी का उम्मीदवार की विजयी होगा। उस पार्टी के पार्षदों को प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में रायपुर निगम के लिए वर्तमान पार्षदों को टिकट मिलने के आसार लगभग पक्के हो जाएंगे।
