खरोरा: राजधानी रायपुर से बलौदा बाजार तक खूनी सड़क लगातार लोगों की जान ले रहा है, हर दिन कोई ना कोई सड़क हादसे का शिकार हो रहा है, उस पर एक नई घटना ने मानवता को शर्मसार कर दिया है।
गुरुवार की रात लगभग 8:22 बज रहे थे राजधानी रायपुर से 30 किलोमीटर कोल्हान नाला के आगे सारागांव बस स्टैंड पर लगभग 65 साल का एक बुजुर्ग रमेसरु राम साहू अपना हाथ ठेला धकेलते हुए सड़क पार कर रहा था तभी एक तेज रफ्तार ब्रेजा CG 04 MP 7554 जोरदार टक्कर मारते हुए निकल जाती है जिससे ठेला धकेलता 65 वर्षीय बुजुर्ग ब्रेजा कार में ही फंस जाता है!
इस भयंकर दुर्घटना के बाद भी वाहन चालक सतबीर सिंह चावला गाड़ी नहीं रोकता और लगभग 4 किलोमीटर तक गाड़ी में फंसे बुजुर्ग को घसीटा रहता है जिससे बुजुर्ग की मौत हो जाती है!
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है की बुजुर्ग का शरीर सड़क पर घसीटने के कारण कई जगह से क्षतविक्षत हो गई और लोगों के पीछा करने के बाद कार चालक बंगोली के आगे आसपास कहीं कार रोकता है, वहीं पर बुजुर्ग की लाश गाड़ी से झटक कर नीचे रोड पर गिर जाती है, जिसके बाद वाहन चालक तेजी से गाड़ी चलाते हुए फरार हो गया, जिसे खरोरा थाना पुलिस ने घर से गिरफ्तार किया।
इस दुर्घटना के बाद सारागांव बस स्टैंड पर लोगों का आक्रोश उमड़ पड़ा जनसमूह ने वहां पर चक्काजाम की स्थिति पैदा कर दी और वाहन चालक को खोजने लगे, लोगों में इस निर्मम दुर्घटना को लेकर भारी आक्रोश है।
खरोरा के व्यापारी सतबीर चावला उम्र 56 वर्ष ने अपनी ब्रेजा कार ड्राइव करते हुए पुलिस थाना खरोरा में सरेंडर किया था जिन्हें दूसरी सुबह रायपुर न्यायालय रिमांड के लिए भेज दिया गया।
आरोपी के खिलाफ अपराध क्रमांक 412/2025 धारा 105 BNS के तहत कार्रवाई की गई है।
इस दुर्घटना में अमानवीय रूप से वाहन चालक द्वारा दुर्घटनाग्रस्त बुजुर्ग को सड़क पर काफी दूरी तक घसीटने को लेकर जन समूह में आक्रोश है और किसी तरह की अनहोनी से बचने के लिए पुलिस ने भी जल्दी ही आरोपी वाहन चालक को रायपुर न्यायालय के लिए चालानी कार्रवाई कर दी!
बताते चलें की राजधानी रायपुर से विधानसभा रोड पर खरोरा बंगोली के पास ही बीते महीने एक भयंकर सड़क हादसे में 13 लोगों की जान गई है और हर दिन इस व्यस्ततम रोड में हादसे हो रहे हैं।
विधानसभा थाना, खरोरा थाना, पलारी थाना और बलौदा बाजार थाने तक हर दिन दुर्घटना में मौतें दर्ज हो रही है जिसे लेकर क्षेत्रवासी एक बड़े आंदोलन की तैयारी भी कर रहे हैं।
जनप्रतिनिधि, विधायक और सांसदों से भी इस मामले में चर्चा की गई है जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस रोड को जल्द ही डिवाइडर युक्त 4 लेन बनाई जाएगी लेकिन जब तक सड़क निर्माण चालू होगा, न जाने कितने लोग इस खूनी सड़क के शिकार हो गए होंगे, न जाने कितने घरों का चिराग बुझ चुका होगा!
क्योंकि पल-पल यह रास्ता मौत का रास्ता बनता जा रहा है, यहां हर कदम पर यमराज खड़े मिलते हैं!
इसका एक बड़ा कारण इस रोड पर भारी वाहनों का चलना है।
दरअसल बड़ी-बड़ी ट्रकें इस रास्ते से होकर बिलासपुर, रायगढ़ की ओर जाती है जिससे लगातार ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है ऐसे में लोग हादसे का शिकार होते रहते हैं, बताया जाता है की बड़ी गाडियां उद्योगों में बड़ी-बड़ी मशीन लेकर आती है और इस रास्ते पर किसी प्रकार का कोई टोल न होने के कारण घुस जाती हैं, कुछ हजार रुपए का टोल बचाने के चक्कर में कीमती जिंदगियां खत्म हो जा रही है इसके लिए एक बड़ा कदम राज्य सरकार को उठानी चाहिए।
वहीं दूसरी ओर रफ्तार पर भी लगाम कसने की जरूरत है, लगातार तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाओं में जान जा रही है।
दुर्घटना की CCTV फुटेज देखिए…