रायपुर के मुजगहन इलाके के रवेली गांव में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। यहां सोनकर परिवार के घर से 62.71 लाख रुपये नकद चोरी हो गए। चोरी का यह मामला तब उजागर हुआ जब परिवार ने घर में रखे दो कार्टून में से एक में पैसे गायब पाए। चौंकाने वाली बात यह है कि चोरों ने केवल 62.71 लाख रुपये वाले कार्टून को ही निशाना बनाया, जबकि दूसरे कार्टून में रखे 66 लाख रुपये को हाथ तक नहीं लगाया।
जमीन बेचकर मिला था पैसा, पलंग के नीचे छुपा रखा था।
सोनकर परिवार को पुश्तैनी जमीन बेचने पर 2.41 करोड़ रुपये की बड़ी रकम मिली थी, जिसे उन्होंने घर के बेडरूम में पलंग के नीचे दो कार्टून में छुपा रखा था। परिवार के सदस्य बालमुकुंद सोनकर ने बताया कि यह जमीन 2.43 करोड़ रुपये में योगेश वालर्यानी को बेची गई थी, जिसमें से 1.61 करोड़ रुपये उनके पिता कमलनारायण सोनकर को मिले। इन्हीं में से 62.71 लाख रुपये की चोरी हो गई।
सफाई के दौरान हुआ चोरी का खुलासा
23 अक्टूबर को घर की सफाई कर रही नौकरानी ने जब दीवान खोला, तो उसने पाया कि नोटों से भरा एक कार्टून गायब है। इसके बाद परिवार के सदस्यों ने जांच-पड़ताल शुरू की लेकिन किसी ने पैसे निकालने की बात स्वीकार नहीं की। परिवार ने मामले की शिकायत मुजगहन थाने में की, लेकिन पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करने के बजाय मामले को टाल दिया।
VIP ड्यूटी का बहाना, शिकायत पर टालमटोल
24 अक्टूबर को जब बालमुकुंद सोनकर ने पुलिस में मौखिक शिकायत की, तो थाना प्रभारी ने वीआईपी ड्यूटी का हवाला देकर तीन दिन बाद आने को कहा। कई बार थाने का चक्कर लगाने के बावजूद, पुलिस ने दिवाली, राज्योत्सव और केंद्रीय मंत्री की ड्यूटी का बहाना बनाकर शिकायत दर्ज नहीं की।
डीजीपी से शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस
पुलिस की लापरवाही से परेशान होकर पीड़ित परिवार ने सीधे डीजीपी अशोक जुनेजा से शिकायत की। इस पर 22 दिन बाद, शुक्रवार को आखिरकार एफआईआर दर्ज की गई। सोनकर परिवार का कहना है कि जांच में देरी होने के कारण आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज भी अब उपलब्ध नहीं हो सकते हैं। परिवार को शक है कि चोरी में उनके घर का कोई सदस्य, नौकर या परिचित शामिल हो सकता है।
पुलिस जांच में जुटी, संदिग्धों से पूछताछ जारी
फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है और परिवार के सदस्यों, नौकरों तथा आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि पुलिस इस मामले को किस दिशा में ले जाती है और क्या असली चोरों को पकड़ने में कामयाब होती है।