एक जुनून आशिक को अपनी मोहब्बत से मुलाकात उसकी आखिरी रात हो सकती है उसे क्या पता था।
यह फिल्मी कहानी एक गुमशुदा इंसान से शुरू होकर एक नर कंकाल में खत्म होती है।
चार नौजवानों द्वारा जंगली सूअर को मारने के लिए बिछाया गया जाल एक इंसान को मार सकती है वह इस बात से बेखबर तो नहीं थे लेकिन जब खबर लगी तब उनके सामने था करंट में फंसकर मरे हुए एक इंसान की लाश और फिर इस लाश को ठिकाने लगाने की जुगत में रच गई एक लंबी कहानी।

ग्राम पिरदा के चिलमघाटी के पास खेत में जले हुए पैरावट पर गुमशुदा मनोज कुमार साहू का नर कंकाल बरामद हुआ।
दरअसल उसकी मौत जंगली सूअर मारने के लिए बिछाए गए करंट में फंसकर हो गई थी।
मृतक अपनी प्रेमिका से मिलने रात के तीसरे पहर में पहुंचा जहां मौत उसकी राह देख रही थी।

करंट में फंसकर मरे हुए इंसान को देख चार नौजवानों की आंखें फटी की फटी रह गई और उन्होंने लाश को ठिकाने लगाने गांव से दूर खेत पर एक पैरावट में जला दिया।
इधर पुलिस गुमशुदा को तलाश कर रही थी तभी मुखबिर ने सूचना दी की चार लोग सूअर मारने के लिए करंट लगाए हुए थे और बड़े डरे से लग रहे हैं, जिस पर पुलिस ने उनसे पूछताछ की और पूरा घटनाक्रम चारों युवकों ने बता दिया।

आरोपी राजेश सिंह नेताम उम्र 26 वर्ष, गौर सिंह सिदार उम्र 29 वर्ष, भानु सिंह नेताम उम्र 23 वर्ष और चैन सिंह पिता मानसिंह उम्र 36 वर्ष को सरसिंवा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मृतक मनोज की पहचान नरकंकाल में अटकी हथेली की चूड़े और जली हुई मोबाइल फोन से की गई।
