छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना प्रदेश में लगभग 10 सालों से छत्तीसगढ़ियों की सेवा कर रही है, इसका मूल उद्देश्य प्रदेश की भाषा संस्कृति और प्रदेशवासियों में स्वाभिमान का संचार करना है साथ ही प्रदेश की राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में छत्तीसगढ़िया नेताओं की स्थिति को मजबूत करने इस संगठन ने जोरदार अभियान लगातार 10 सालों से चलाया है, जिसके फल स्वरुप आज छत्तीसगढ़ विधानसभा में लगभग सारे सदस्य छत्तीसगढ़िया हैं।
यह संगठन लगातार आम छत्तीसगढ़ियों के अधिकारों को सुरक्षित करने के लिए लड़ाई लड़ रही है साथ ही छत्तीसगढ़ महतारी के वैभव को भी जन-जन में मूर्ति स्थापना के तहत जनवाने का काम कर रही है।
बीते 10 सालों में लगभग हजारों लोगों को विभिन्न परिस्थितियों में करोड़ों रुपए का मुआवजा दिलवाने वाली इस संगठन का इनकम ऑफ़ सोर्स क्या है?
आखिर इन्हें आय कहां से होता है, जिसके बदौलत यह बड़े-बड़े कार्यक्रम ऑर्गेनाइजर करते हैं?
घटनास्थलों पर इनके सेनानी पलक झपकते ही मजबूर बेसहारों की मदद करने पहुंच जाते है, तो आखिर उन सेनानियों का सेवा ही फुल टाइम जॉब है या वे और दूसरे काम भी करते हैं?
हम आज आपको बताते हैं की छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना कैसे काम करती है?
यह संगठन पूर्णत: गैर राजनीतिक संगठन है जिसमें समाज के सभी वर्ग के लोग सभी जाति धर्म के लोग, व्यापारी, मजदूर, उद्योगपति, राजनेता सभी जुड़े हुए हैं, जिनका मूल उद्देश्य है छत्तीसगढ़िया राज की स्थापना।
संगठन की विचारधारा स्थानीयता के भाव को प्रमुखता से सामाजिक राजनीतिक पटल पर स्थापित करती है और चाहती है की ग्राम सचिव से लेकर मुख्य सचिव, पंच से लेकर मुख्यमंत्री तक छत्तीसगढ़िया हो!
जिसके लिए संगठन लगातार जीतोड़ मेहनत कर रही है।
उनकी आय का साधन आमजन द्वारा सहयोग की गई वस्तु या राशि ही है जन सहयोग से सारे बड़े-बड़े आयोजन संपन्न किए जाते हैं।
प्रदेश जिला, ब्लॉक, ग्राम स्तर तक छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारी और संगठन के सदस्य लगातार काम कर रहे हैं, और अपने खुद के कमाए हुए पैसों से ही संगठन के उद्देश्यों को संपादित कर रहे हैं, चाहे छत्तीसगढ़ महतारी मूर्ति स्थापना का काम हो या फिर किसी तरह का आंदोलन करना हो, संगठन के सेनानी खुद आपस में कंट्रीब्यूट कर व्यवस्था संभालते हैं और लगातार यही होता आ रहा है।
अब तक संगठन ने सैकड़ो आंदोलन किए हैं जिनके यूनिक नाम भी होते हैं।
संगठन ने बीते 10 सालों में हजारों लोगों को करोड़ों रुपए का मुआवजा अपने आंदोलन के प्रभाव से दिलाए हैं, प्रदेश की सबसे बड़ी घटना बेमेतरा जिले में बारूद फैक्ट्री की थी जिसमें 8 नौजवानों के शरीर के अंग भी प्राप्त थे!
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने यहां एक जोरदार आंदोलन किया और पीड़ित परिवारों को लगभग 40 लाख 50000 रुपए का मुआवजा दिलवाया, ठीक वैसे ही औद्योगिक क्षेत्र में आए दिन घट रहे घटनाओं में गंभीर रूप से घायल हो रहे या मृतक मजदूरों के परिजनों को लगातार सहयोग करते हुए मुआवजा दिलवाने, आश्रितों को नौकरी दिलवाने और बूढ़े आश्रितों को पेंशन दिलवाने का काम कर रही है।
यह काम अनवरत जारी है जन सामान्य से यह सवाल बहुधा किए जाते हैं कि आखिर इस सहयोग के बदले
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना कितना पैसा लेती है?
तो आपको बताते चलें कि यह संगठन किसी से एक रूपया तक नहीं लेती बल्कि आंदोलन के समय लगने वाले सामानों और व्यवस्था का खर्च भी संगठन के सेनानी ही उठते हैं।
पीड़ित परिवारों द्वारा कुछ सहयोग की पेशकश की भी जाती है तो संगठन इस बात के लिए मना करती है और पीड़ितों की लड़ाई पूरे जज्बे के साथ लड़ती है, जीत कर पीड़ित परिवारों का सहयोग करती है।
ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि पूरे छत्तीसगढ़ में लगभग 30 लाख लोग छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से जुड़ चुकी है और अपने-अपने क्षेत्र में आम छत्तीसगढ़ियों की सेवा कर रहे हैं। संगठन ने आवाहन किया है की हर छत्तीसगढ़िया इस संगठन से जुड़े और छत्तीसगढ़ महतारी के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।