केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश के किसानों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने किसानों को उचित मुनाफा दिलाने के लिए एक योजना बनाई है। जिसमें केंद्र सरकार आलू, टमाटर और प्याज के मॉडल रेट तय करेगी।
कैसे तय होंगे मॉडल रेट ?
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि प्याज, टमाटर और आलू के दाम गिरते हैं तो किसान को नुकसान होता है, इसलिए आईसीएआर (ICAR) लागत पर 50% मुनाफा जोड़कर मॉडल रेट तय करेगा। बाजार रेट और मॉडल रेट का अंतर किसानों को दिया जाएगा। इसके लिए केन्द्र सरकार और राज्य सरकार 50-50 प्रतिशत नुकसान वहन करेंगे।
उदाहरण से ऐसे समझें मॉडल रेट
मान लेते हैं किसान को एक क्विटंल आलू की लागत 2000 रुपए आती है और उसमें 50 प्रतिशत मुनाफा यानी 1000 रुपए रुपए जोड़ दें, तो कुल राशि 3000 रुपए हो जाती है अर्थात 3000 रुपए आलू का मॉडल रेट हुआ। अब यदि आलू का मार्केट रेट 3600 रुपए प्रति क्विंटल है, तो ऐसी दशा में किसान को (3600-3000) 600 रुपए और मुनाफा मिलेगा। यह सिर्फ एक उदाहरण है। आलू, प्याज और टमाटर के रेट अलग-अलग दिनों में अगल-अलग हो सकते हैं। उसी आधार पर मॉडल रेट तय होगा।
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा, प्याज के एक्सपोर्ट से प्रतिबंध हटाया गया है, एक्सपोर्ट शुल्क 40% से घटाकर 20% किया गया है। जिससे प्याज के दामों में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पाम ऑयल मलेशिया, इंडोनेशिया से जीरो पर्सेंट ड्यूटी पर आयात किए जाते थे, इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर 27.5% की गई है ताकि किसान को सोयाबीन के उचित दाम मिल सकें। सोयाबीन की एमएसपी (MSP) 4 हजार 892 रुपए है, केन्द्र सरकार ने महाराष्ट्र सरकार को अनुमति दी है कि वह एमएसपी पर सोयाबीन खरीदे। इसके साथ ही सोयाबीन में नमी की सीमा को 12% से बढ़ाकर 15% करने का निर्णय लिया गया है। इसके आदेश जारी कर दिए गए हैं। जिससे महाराष्ट्र में सोयाबीन खरीदी में कोई दिक्कत न हो।