छत्तीसगढ़: बेटे के सामने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या, नक्सलियों से पहले मिल चुकी थीं दो बार धमकियां

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छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। अभी हमलावरों का पता नहीं चला है, लेकिन माना जा रहा है कि यह नक्सलियों की हरकत है। महिला की पहचान जिले के तिम्मापुर गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लक्ष्मी पद्दम के रूप में हुई। अब तक की पुलिस की पड़ताल के मुताबिक, महिला अपने घर पर बेटे के साथ थी। तभी अज्ञात लोग घर में घुसे और धारदार हथियारों से हमला कर दिया। लक्ष्मी को पहले भी धमकी मिली थी।

11 लाख का पांच नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

इस बीच, बीजापुर से ही खबर है कि जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 11 लाख के इनामी पांच नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इसमें संतू कोड़मे पीएलजीए सदस्य गंगालूर डिवीजन में कंपनी नम्बर 2 के सदस्य के पद पर था।

पायकू पूनेम सीएनएम गंगालूर एरिया कमेटी सदस्य, गुडडू हपका सीएनएन सदस्य गंगालूर एरिया कमेटी, सोमारू माड़वी नेशनल पार्क एरिया पीएलजीए सदस्य, भीमा कश्यप बरसेपाल कुतुल आरपीसी सदस्य रूप में काम करते रहे।

इन नक्सलियों पर पुलिस पार्टी फायरिंग, सड़क खोदने, आईईडी लगाने, विस्फोट करने, हत्या जैसे विभिन्न साजिशों को अंजाम देने का आरोप है। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें 25-25 हजार रुपये नकद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया।

जवानों ने कैंप पर नक्सलियों के हमले को नाकाम किया

बीजापुर से मिली एक अन्य जानकारी के मुताबिक, पामेड़ थाना क्षेत्र के जीड़पल्ली–2 में दो दिन पहले खोले गए नये कैंप में गुरुवार की रात नक्सलियों की बटालियन नंबर-एक के हमले को सुरक्षा बल के जवानों ने शौर्य और साहस दिखाते हुए नाकाम कर दिया। नक्सलियों की सबसे ताकतवर बटालियन के 200 से अधिक नक्सलियों ने नवस्थापित जीड़पल्ली-2 सुरक्षा कैंप में गुरुवार की रात हमला किया था।

सुरक्षा कैंप पर बैरेल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) व अत्याधुनिक हथियारों से चार घंटे तक गोलीबारी की गई। सुरक्षा बल के जवानों ने नक्सली हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद नक्सली वहां से भागने पर मजबूर हो गए।

पुलिस के अनुसार, देश में सबसे ताकतवर नक्सल संगठन दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के सर्वाधिक मजबूत किले को ढहाने के लिए नक्सल विरोधी अभियान को गति देते हुए यहां नवीन कैंपों की स्थापना की जा रही है।

एक पखवाड़े के भीतर यहां कोंडापल्ली, जीड़पल्ली–1 व अब जीड़पल्ली–2 में तीसरा सुरक्षा कैंप खोला गया है। अपना गढ़ हाथ से फिसलने की बौखलाहट में नक्सलियों ने गुरुवार की रात बम-गोले व स्वचालित हथियारों से हमला कर दिया।

कैंप स्थापित करने मौके पर उपस्थित बीजापुर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र यादव ने पुलिस बल का नेतृत्व करते हुए नक्सलियों का मुंहतोड़ जवाब दिया। सुरक्षा बल की रणनीति और जवाबी कार्रवाई के आगे नक्सली पस्त पड़ गए।

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