छत्तीसगढ़ के महासमुंद और बलौदाबाजार जिले के 19 गांव के ग्रामीणों की महापंचायत हुई। जिसमें नशे के खिलाफ शंखनाद किया गया। महापंचायत में ग्रामीणों से सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि क्षेत्र में शराब बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। साथ में आरोपी से 20 हजार से 51 हजार रुपए तक का जुर्माना वसूला जाएगा।
नशे से बढ़ रहे अपराध
इन 19 गांवों के ग्रामीणों का मानना है कि क्षेत्र में लगातार बढ़ रहे अवैध महुआ शराब उत्पादन और बिक्री से नशाखोरी बढ़ रही है और इसके दुष्प्रभाव सबसे ज्यादा युवाओं पर पड़ रहा है। इस पर रोक के लिए और नशे से युवाओं को बचाने के लिए बड़गांव में महाबैठक का आयोजन किया गया।
महापंचायत से शराब दलालों में हड़कंप
महापंचायत में बलौदाबाजार जिले के बया चौकी कसडोल क्षेत्र पर पिथौरा क्षेत्र के लगभग 19 गांव के पंचायत प्रतिनिधियों विभिन्न समाजों के प्रमुख शामिल हुए।
महापंचायत में हुए निर्णय से अवैध शराब निर्माण करने वाले और शराब विक्रय कर लगातार समाज में जहर परोस रहे शराब दलालों में हड़कंप मचा हुआ है।
इन गांवों के प्रतिनिधि हुए शामिल
बड़गांव में आयोजित आज की महाबैठक में मुख्य रूप से बड़गांव, जम्हर, ढेबा, ढेबी, अकलतरा, खुसरुपाली, कोकोभांठा, राजाडेरा, छिबर्रा, कोचर्रा,आमगांव, देवगांव, चरौदा सहित लगभग कुल 19 ग्राम पंचायतों के समाज प्रमुखों पंचायत प्रतिनिधियों सहित कई सामाजिकजन उपस्थित रहे। जिसमें आसपास के क्षेत्र में अवैध शराब बनाने और बेचने पर नियंत्रण को लेकर महामंथन हुआ। इसके साथ ही शराब बनाने और उसके बेचने पर अंकुश लगाने की रूपरेखा तैयार की गई।
ग्रामीणों को सरकार से भी बड़ी उम्मीद
जानकारी के मुताबिक क्षेत्र में कई दिनों से चर्चित इस महाबैठका का ध्वनि पिथौरा और बया चौकी क्षेत्र के साथ छत्तीसगढ़ सरकार तक भी गुंजेगी। उम्मीद की जा रही है कि ग्रामीणों के इस नशा विरोध में सरकार भी मददगार बनेगी। हालांकि, महापंचायत में आबकारी विभाग के अफसरों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।