छत्तीसगढ़ में पिछला चुनाव शराब के अवैध धंधे पर लड़ा गया था, रायपुर से लगे धरसींवा विधानसभा का बड़ा नगर क्षेत्र खरोरा लगातार शराब के अवैध बिक्री के लिए जाना जाता रहा है।
बीजेपी ने जब चुनाव प्रचार किया था तब इसे ही बड़ा हथियार बनाया और लगातार कहते रहे की इलाके में अवैध शराब बिक्री बंद करना उनकी प्राथमिकता है पर अब सरकार को लगभग दो साल होने जा रहे हैं और अवैध शराब बिक्री अभी भी बड़ी समस्या बनी हुई है बल्कि अब तो यह बड़ा रोजगार का रूप लेता जा रहा है।
गांव गांव युवावर्ग इसे अपनी कमाई का जरिया बना रहे और पुलिसिंग भी इसके इर्द गिर्द मंडराती दिखती है, थानों में बड़ा काम अब ज्यादातर शराब और शराब बेचने वालों की धर पकड़ ही रह गई है!

खरोरा नगर से लगे केसला ग्राम पंचायत में बीते दिन एक बड़ा जन आक्रोश अवैध शराब बिक्री को लेकर था, महिलाएं, जनप्रतिनिधि और पंचायत जनपद पंचायत सदस्यों ने रैली की शक्ल में अवैध शराब बिक्री का विरोध किया और तुरंत ही एक बड़ा जखीरा अवैध शराब का पकड़ा गया।
दरअसल एक बड़ा युवा वर्ग इस धंधे में लगा है जिसमें छुटभैया नेता, जनप्रतिनिधि और कथित पत्रकार सरीखे लोगों की कमिश्नगिरी अवैध शराब से ही चलती है जिसमें हद तक पुलिस के कुछ सिपाही सरीखे लोग भी शामिल हैं।
खरोरा क्षेत्र में अवैध शराब बिक्री का खेल नया नही है सबको पता है कब कौन किसके हाथों यह काम कर रहा है, किनको कितना कमीशन जाता है, जिसका संरक्षण है, कौन इस धंधे को आगे बढ़ा रहा है पर बोलता कोई नहीं क्योंकि इनका बड़ा सिंडीकेट माफिया है जो आए दिन धमकी चाकूबाजी और गुंडागर्दी में लिप्त हैं, इनके निशाने पर वे किशोर लड़के हैं जिन्हें फिल्मी जिंदगी का शौक है।
विधायक अनुज शर्मा ने लगातार अवैध शराब बिक्री पर प्रतिबंध की बात कही, यहां तक कहा की इस धंधे में लगे लोग कोई दूसरा काम देख लें!

विधायक ने दावा भी किया था की अब इलाके में अवैध शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है पर इसकी सच्चाई इलाके के लोगों को पता है, विधायक जी तो रायपुर में रहते हैं, सप्ताह में एकात दिन आते हैं और उनके खबरी भी शायद उन्हें गलत जानकारी दे रहे हैं?
बीते दिनों खरोरा पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एक स्कूटी से बड़ी मात्रा में अवैध शराब बिक्री के लिए ले जाते दो आरोपियों को पकड़ा, दोनों नौजवान युवक क्षेत्र के उसी दल का हिस्सा है जिनमें नेता, पत्रकार, जैसे लोग जुड़े हैं?
मजे की बात यह भी की इस कार्रवाई के दो दिन पहले ही इलाके के कुछ लोगों ने जिला पंचायत अध्यक्ष से क्षेत्र की स्थिति का चिंतन किया था और गांव गांव बिक रही शराब के बारे में शिकायत की थी!

खरोरा क्षेत्र में न केवल शराब बल्कि गांजा और नशे की गोलियों के साथ सूंघने वाली नशे का पूरा जाल बिछा हुआ है, क्षेत्र के नौजवान नशे में मस्त और अपराधिक कृत्यों में व्यस्त हो रहे हैं, आए दिन हो रहे प्राणघातक विवाद, मारपीट, चाकूबाजी इस बात का प्रमाण है की अब इस इलाके से शांति बोरिया बिस्तर लपेट कर जा चुकी है पर एक हद तक बीते कुछ सप्ताह से हो रहे लगातार कार्यवाही ने पुलिसिंग की नाक जरूर ऊंची की है लेकिन बात तब बनेगी जब ऐसे मामलों में पूरी तरह लगाम लगे।
