छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में नगरीय निकाय चुनाव से एक दिन पहले भाजपा प्रत्याशी श्याम कार्तिक यादव पर चुनावी भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप लगा है। वार्ड नंबर 7 कालिका नगर से पार्षद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे श्याम कार्तिक को मतदाताओं को पैसे बांटते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का मामला सामने आया है।
लिफाफे में बांटे नकद रुपए
घटना की जानकारी देते हुए स्थानीय लोगों ने बताया कि श्याम कार्तिक यादव ने मतदाताओं को प्रलोभन देने के लिए लिफाफे में नकद रुपए बांटने शुरू किए। इस दौरान एक निर्दलीय प्रत्याशी को इसकी भनक लगी और उन्होंने स्थानीय लोगों के साथ मिलकर भाजपा प्रत्याशी को घेर लिया।
घटनास्थल पर मौजूद लोगों ने पूरे घटनाक्रम को वीडियो में कैद कर लिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि श्याम कार्तिक ने पकड़े जाने के बाद घबराकर लिफाफे को नाले में फेंक दिया।
हर मतदाता को दिया जा रहा था लिफाफा
स्थानीय निवासियों ने नाले से लिफाफा निकालकर जांच की तो पता चला कि इसमें दो-दो सौ रुपए के नोट भरे हुए थे। यह लिफाफा प्रत्येक मतदाता को दिया जा रहा था। इस घटना के बाद निर्दलीय प्रत्याशी और स्थानीय लोगों ने पुलिस और जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत की है।
निर्वाचन आयोग की सख्त कार्यवाही
वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है। चुनाव आचार संहिता के तहत मतदाताओं को प्रलोभन देना गंभीर अपराध माना जाता है। इस मामले में निर्वाचन आयोग की सख्त कार्यवाही की संभावना है। भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ कार्रवाई की मांग लगातार बढ़ रही है।
विपक्षी दलों ने की तुरंत कार्रवाई की मांग
इस बीच, भाजपा ने अभी तक इस मामले पर आधिकारिक तौर पर कोई बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, विपक्षी दलों ने इस घटना को चुनावी प्रक्रिया को ध्वस्त करने वाला कदम बताया है और तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
नगरीय निकाय चुनाव के लिए 11 फरवरी को मतदान होना है। इससे पहले इस तरह की घटना ने चुनावी माहौल को और गरमा दिया है। अब यह देखना होगा कि निर्वाचन आयोग इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या भाजपा प्रत्याशी को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा।