सोशल मीडिया ने जिंदगी जितनी आसन की है, संचार के माध्यमों के चलते जीवन में सरलता आई है।
नगर पंचायत खरोरा में रविवार की सुबह 11:00 बजे के आसपास एक नन्ही बच्ची लावारिस हालत में बस स्टैंड पर भटकते मिली, बच्ची की उम्र यही कोई 3 साल के आसपास थी नगर के युवा साथियों ने बच्ची से पूछा तो वह किसी तरह से कोई जवाब नहीं दे पा रही थी सिर्फ अजय नाम लेती थी, ऐसे में नगर के युवा साथी किशोर नशीने और दोस्तों ने बच्ची को थाने में सुपुर्द कर दिया और अपनी तरफ से परिजनों को तलाशने की कोशिश करने लगे। सोशल मीडिया में बच्ची का फोटो वायरल हुआ तो 2 घंटे में ही बच्ची के परिजन थाने पहुंचे और गुम हुई नन्ही बच्ची को उसका परिवार मिल गया, बच्ची जो अजय नाम ले रही थी दरअसल अजय शर्मा उनके पिता निकले जो यूपी के रहने वाले हैं और आजकल खरोरा सोमवारी बाजार के पास रहते हैं।
बच्ची के परिजनों ने पुलिस और युवा साथियों का आभार जताया और अपनी नन्ही परी को पाकर राहत की सांस ली।

देखते ही देखते ग्राम पंचायत से नगर पंचायत और एक बड़े कसबे का रूप लेती नगर खरोरा में जनसंख्या का घनत्व लगातार बढ़ता जा रहा है औद्योगीकरण के चलते कई प्रदेशों से लोग यहां आकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर विश्वस्तरीय शिक्षण संस्थानों में देश और विदेशों से भी स्टूडेंट पढ़ने आ रहे हैं ऐसे में लगातार प्रवासियों की संख्या नगर में बड़ी है इससे व्यापार तो बढा लेकिन कई तरह की घटनाएं भी आम होने लगी है आने वाले दिनों में जनसंख्या का घनत्व और भी बढ़ने वाला है ऐसे में सजगता बहुत जरूरी है आज सोशल मीडिया के माध्यम से गुम हुई एक छोटी सी बच्ची को उसका परिवार महज दो घंटे में मिल गया, यह डिजिटलाइज जमाने का चमत्कार है लेकिन इसके कई सारे ड्रॉबैक भी हैं हर चीज की अच्छाई और बुराई दोनों होती है, यह इंसानों पर निर्भर करता है कि वह किस हिस्से को आत्मसाध करें, बहरहाल नगर खरोरा के युवा साथियों को बधाई जिनकी मेहनत और सजगता से एक खोई हुई बच्ची को इतने कम समय में उनके माता-पिता मिल गए।