नितिन दुबे औऱ बुधराज चौहान भाई की अटूट जोड़ी को 24 साल हो गए,हमने साथ में सैकड़ो सुपरहिट गीत दिए मेरी आवाज़ और मेरे धुनों को बुधराज भाई के अनमोल शब्द ने हमेशा चार चाँद लगा दिया। मनमोहिनी हे गांव के गोरिया 2001 से लेकर हाय मोर चाँदनी एलबम के सारे गीत,का तैं रूप निखारे चंदैनी,कोचईपान,बर्बाद 1,बर्बाद 2,गोंदा तोला रे,मुनगाकाड़ी,गुलमोहर,तोर बर मोर दिल बेकरार,तोला प्यार होगे, तोर बारात,चाँदनी 2,मंदाकिनी,कोचाईपान 2 जैसे बहुत सारे मेरे गीतों को और मेरे कम्पोजीशन को बुधराज भाई ने अपनी लेखनी से अमर कर दिया। मैं अगर आज बुधराज भाई की तारीफ कर रहा हूँ तो इसका ये मतलब बिल्कुल भी नही है कि मेरे दूसरे गीतकार टैलेंटेड नही है मेरे बहुत से बेस्ट कम्पोजीशन और संगीत पर पुरुषोत्तम चौहान जी और सनत चौहान जी ने भी एक से बढ़कर एक गीत लिखे हैं जैसे रायगढ़ वाला राजा,नीलपरी,रायगढ़ वाला राजा संग होली,चँदा रे,दुरुगवाली,प्रथम वंदना,गोरी ए गोरी, दिल मा फीलिंग,चँदा रे 2,होगे हावय प्यार जैसे बहुत सारे गीत हैं और इनके अलावा भी एलबम और सीजी फ़िल्म में मेरे गाए हुए दूसरे गीतकारों के भी कई गीत सुपर हिट हैं। आज मैं नितिन दुबे पूरी जिम्मेदारी से कहता हूं कि मेरे गीत संगीत की सफलता में मेरे गीतकारों का अभूतपूर्व योगदान है औऱ मैं दिल से उन्हें धन्यवाद देता हूँ।
नितिन दुबे की कलम से…