मुंगेली जिले के सारागांव स्थित कुसुम स्टील प्लांट में हादसे का शिकार हुए इंजीनियर और मजदूरों के परिजनों के साथ प्रबंधन की मुआवजे को लेकर सहमति बन गई है. प्रशासनिक अधिकारियों की मध्यस्थता में हुई समझौते के तहत इंजीनियर जयंत साहू के परिजनों को 23 लाख और मजदूर अवधेश कश्यप के परिवार को 23 लाख का मुआवजा दिया गया. इसके पहले शनिवार को मृतक प्रकाश यादव और मनोज घृतलहरे के परिवारों को 23-23 लाख रुपये मुआवजा देने पर सहमति बनी थी. समझौते के बाद मृतकों का पोस्टमार्टम हुआ।
पूरा मामला यह था की कुसुम स्मेल्टर्स प्राईवेट लिमिटेड पॉवर प्लांट में गुरुवार को दोपहर 01:09 बजे के करीब भारी साइलो ( भंडारण टैंक) अचानक गिर गया. हादसे में 4 मजदूर साइलो टैंक की चपेट में आने से नीचे दब गए. मौके पर एक मजदूर मनोज कुमार धृतलहरे का रेस्क्यू कर उसे इलाज के लिए बिलासपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई है. वहीं शुक्रवार और शनिवार की दरमियानी रात एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और जिला प्रशासन ने भारी साइलो को हटा लिया और मलबे के नीचे दबे तीन लोगों के शव बरामद किया गया. शवों की पहचान इंजीनियर बिलासपुर के सरकंडा निवासी जयंत साहू पिता काशीनाथ साहू के अलावा दो मजदूर – जांजगीर-चांपा जिला के तागा निवासी अवधेश कश्यप पिता निखादराम कश्यप और बलौदाबाजार जिले के अकोली निवासी प्रकाश यादव पिता परदेशी यादव के रूप में हुई।