मुंशी प्रेमचंद जयंती पर आज 31 जुलाई 2025 को जनवादी लेखक संघ छत्तीसगढ़ द्वारा सड्डू के सावित्री बाई फुले एजुकेशनल एकेडमी में शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया।
प्रदेश के वरिष्ठ साहित्यकार, उपन्यासकार, कहानीकार डॉ परदेसी राम वर्मा ने मुख्यवक्ता के रूप में संबोधित करते हुए कहा कि प्रेमचंद की रचनाओं का हमारे बाल्यपन से युवा होने के दरम्यान एक बेहतर इंसान बनाने में बहुत बड़ा योगदान है। आज जिस तरह यहां कार्यक्रम की शुरुआत फूलदार पौधे को पानी दे कर की गई, संस्थान ही गमला है आप बच्चे उसमें लगे पौधे हैं और आपके गुरुजन पानी हैं जो आपके विकास के लिए मेहनत कर रहे हैं। इसी का प्रतीक है इस कार्यक्रम की शुरुआत में पानी डालना।
ऐसा प्रेमचंद ने क्यों कहा कि साहित्य राजनीति के आगे चलने वाली मशाल है। क्योंकि मार्गदर्शक है साहित्य , आप सभी इसी तरह से उनकी रचनाएं पढ़ते रहेंगे तो आप भी रचनाएं लिखने लगेंगे।
डॉ परदेसी राम वर्मा
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए देश के सुपरिचित व्यंग्यकार तथा लेखक, संपादक, पत्रकार गिरीश पंकज ने प्रेमचंद की बालसुलभ हृदय को प्रभावित करने वाली, बंदर, कुत्तों, बैलों के पात्रों से रचित कहानियों की चर्चा की। उनका कहना था कि प्रेमचंद की रचनाएं हमें बेहद संवेदनशीलता से अपने समाज को समझने की क्षमता प्रदान करती हैं बहुत कुछ इसी तरह छत्तीसगढ़ के जनजीवन को उकेरने वाली रचनाएं लिख कर डॉ परदेसी राम वर्मा छत्तीसगढ़ के प्रेमचंद कहलाते हैं।
सावित्री बाई स्कूल की संचालक अंजू मेश्राम ने स्कूल में प्रतिवर्ष प्रेमचंद जयंती मनाए जाने की जानकारी दी, उन्होंने स्व रचित कविता भी सुनाई। स्कूल प्राचार्य महोदया ने भी संबोधित किया। जनवादी लेखक संघ की ओर से कार्यक्रम में उपस्थित अन्य साहित्यकारों में बद्री प्रसाद पारकर, डॉ सुखनंदन सिंह नंदन, मुबारक हुसैन सिमगा, ऋचा ने भी संबोधित किया। शायर मोहम्मद कलाम, रंगकर्मी शेखर नाग तथा कार्यक्रम संयोजक पी सी रथ इस अवसर पर उपस्थित थे।स्कूल के समस्त शिक्षक गणों के साथ कक्षा 10 तक के समस्त छात्र छात्रा इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। स्कूल में प्रेमचंद जो के सूक्तियों, कथानकों से संबंधित 50 से अधिक पोस्टरों की प्रदर्शनी भी आयोजित की गई थी।