गोंडी धर्म गाथा में शामिल हुए समाजजन, आदिवासी संस्कृति और परंपरा की मिली जानकारी
नगरी से रिपोर्टर देवेन्द्र सेन
धमतरी जिला का नगरी विकासखंड जो कि अनुसूचित क्षेत्र अंतर्गत आता है यहां के ग्राम पंचायत उमरगांव के मुहल्ला छिंदीटोला में दिनांक 24 से 28 मार्च तक पांच दिवसीय कोयापुनेम धर्म दर्शन गाथा का आयोजन हुआ जिसमें नगरी सिहावा अंचल के साथ साथ धमतरी, कांकेर, कोंडागांव, बस्तर, बालोद जिले सहित उड़ीसा राज्य के आदिवासी बड़ी संख्या में उपस्थित होकर इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।
इस आयोजन में धर्माचार्य शंकर शाह इरपाची निवासी सिवनी (मप्र) के द्वारा प्रकृति में जीव जगत की उत्पत्ति सहित आदिवासियों की पुरातन संस्कृति एवं परंपराओं के बारे विस्तार से जानकारी दिया गया। इस अवसर पर आदिवासी युवक युवतियों ने आदिवासी पारंपरिक धुन पर रेला पाटा नृत्य में झूम उठे।

आदिवासी समाज प्रमुखों ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य आदिवासी भाईयो को अपने परम्परा और संस्कृति के प्रति जागरूक कर अपनी परंपराओं को आने वाली पीढ़ी को अवगत कराकर आदिवासी संस्कृति को अक्षुण बनाए रखना है, इस प्रकार के आयोजन से जहां समाज में एकता व भाईचारे की भावना जागृत होती है वहीं संस्कृति एवं परंपराओं को जानने व समझने का अवसर मिलता है। कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर धमतरी जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा एवं पूर्व सरपंच मोहन पुजारी ने आदिवासी समाजजनों से मेल मिलाप कर गोंडी गाथा का श्रवण किए।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में गोड़वाना समाज उपक्षेत्र छिंदीटोला उमरगांव के सभी पदाधिकारी व सदस्यगणों की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

