छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के आसपास सड़कों पर बड़े-बड़े हाईवा और ट्रेलर मौत बनकर दौड़ रहे हैं!
महानदी से रेत भरकर यह बेलगाम हाईवा सड़कों पर यमराज की भूमिका अदा कर रहे हैं! कब कौन कैसे इनके जद में आ जाए और इस दुनिया से विदा हो जाए कहां नहीं जा सकता।
बेतरतीब भारी तेज रफ्तार से दौड़ते यह हाईवा काल बनकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं, इन पर लगाम कैसे लगेगा, यातायात पुलिस कहां है?
एक बड़ी घटना में आज एक दमपति अपनी जान गवा बैठे…आरंग थाना के ग्राम कोपेडीह निवासी बनवाली साहू (50 वर्ष) अपनी पत्नी लक्ष्मी साहू (45 वर्ष) के साथ ग्राम भलेरा में रिश्तेदार के यहां कार्यक्रम में आए हुए थे। जब दोनों दंपति मोटरसाइकिल से गौरभाट जा रहे थे, तभी सियार माता मंदिर के पास गौरभाट की तरफ से आ रही मां भगवती ट्रेडर्स मंदिरहसौद की तेज रफ्तार हाईवा वाहन क्र. CG 04 JD 5397 ने मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।
इस दुर्घटना में मोटरसाइकिल चालक बनवाली की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उनकी पत्नी लक्ष्मी साहू ने इलाज के दौरान आरंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दम तोड़ दिया।
आरंग पुलिस ने आरोपी हाईवा चालक को गिरफ्तार कर वाहन को जब्त कर लिया है।
यह तो हुई एक आरंग रोड की घटना दूसरी ओर रायपुर से बलौदा बाजार जाने वाली रोड हर दिन इसी तरह की घटनाओं के साक्षी बन रहे हैं।
रायपुर से निकलकर बलौदा बाजार पहुंचने तक सड़क के किनारे कई घटनाएं आम दिखती हैं और फिर भी मौत बांटते बड़े-बड़े ट्रेलर्स और हाईवा बेधड़क तेज रफ्तार से भागती दौड़ती दिखती है।
आखिर इन पर लगाम कैसे लगेगा? ट्रैफिक पुलिस की क्या भूमिका है?
क्या प्रदेश की सड़कों पर भारी वाहनों की संख्या बढ़ गई है, जिस हिसाब से सड़कों की चौड़ाई बहुत कम है और लगातार दुर्घटनाएं हो रही है?
दूसरी ओर शराब का सेवन भी दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार है आखिर इन तरह के बेवजह की मोतों और दुर्घटनाओं से बचने के क्या उपाय हो सकते हैं?
हमारे समाज की, सरकार की, व्यवस्था की और हमारी व्यक्तिगत क्या जिम्मेदारी हो सकती है, हमें विचार करना होगा।
क्योंकि सड़क हादसों से मौतों का क्रम लगातार बढ़ रहा है और इस पर लगाम न लगाया गया तो स्थिति भयावह हो सकती है।