छत्तीसगढ़ अपने स्थापना के 24 वें वर्ष में है, वही छत्तीसगढ़ की राजभाषा छत्तीसगढ़ी आज भी अपना अस्तित्व तलाश रही है।
24 नवंबर 2007 जब इस प्रदेश में यहां की राजभाषा छत्तीसगढ़ी को अधिमान्य किया गया, राजपत्र में प्रकाशन के बाद भी आज 24 सालों में छत्तीसगढ़ी हासिए पर है, वही एक ओर छत्तीसगढ़ी भाषा में मास्टर डिग्री करने वाले विद्यार्थियों की फौज तैयार हो चुकी है जो अब तक बेरोजगार हैं, आखिर क्या मिला उन्हें छत्तीसगढ़ी में मास्टर डिग्री लेकर? यह सवाल उन्होंने सरकारों से की लेकिन जवाब अब तक नहीं मिला है।
एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संघ के विद्यार्थियों ने इस बार राजभाषा स्थापना दिवस को मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सानिध्य में मनाने की ठानी है, आयोजन राजधानी रायपुर के तेलीबांधा तालाब के समीप 24 नवंबर को शाम 4:00 बजे से शुरू होगी।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और साथ ही विशेष अतिथियों में सांसद तोखन लाल साहू, विधानसभा अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, विधायक खुशवंत साहेब, पद्मश्री अनुज शर्मा होंगे।
राजभाषा स्थापना दिवस के इस आयोजन को लेकर एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संघ के प्रदेश अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया की आयोजन राजभाषा छत्तीसगढ़ी को उसकी अस्मिता और पूरे वैभव के साथ स्थापित करने के क्रम में मिल का पत्थर साबित होगी, जिस तरह से वर्तमान में छत्तीसगढ़ी भाषा बहुप्राय बोली जा रही है, साथ ही साहित्य और फिल्म सहित विभिन्न विधाओं में छत्तीसगढ़ी इस्तेमाल की जा रही है, प्रदेश के लगभग सारे टीवी चैनल छत्तीसगढ़ी भाषा में समाचार प्रसारित कर रहे हैं वही प्रिंट मीडिया भी लगातार छत्तीसगढ़ी विशेषांक के माध्यम से जनमानस में राजभाषा के प्रति भावना स्थापित कर रही है।
ऋतुराज साहू ने बताया कि जिस तरह से 24 नवंबर 2007 हमारी भाषाई गौरव का विशेष दिन था इसी तरह से आज छत्तीसगढ़ के 24वीं स्थापना दिवस पर भी हम सभी छत्तीसगढ़िया अपनी राजभाषा को लेकर उत्साहित हैं और यह कार्यक्रम राजभाषा छत्तीसगढ़ी के साथ ही छत्तीसगढ़ी साहित्य,फिल्म, कला संस्कृति के लिए भी श्रेयस्कर होगा।
इस आयोजन में छत्तीसगढ़ी वक्ताओं के लिए भी समय निर्धारित किया गया है जिसमें प्रदेश के कला साहित्य मीडिया से संबंधित प्रबुद्ध जन छत्तीसगढ़ी दशा दिशा को लेकर अपना विचार रखेंगे साथ ही छत्तीसगढ़ी लोककला मंच के प्रसिद्ध कलाकार गायक अभिनेता सुनील तिवारी का पारंपरिक आयोजन भी रखा गया है।
एम ए छत्तीसगढ़ी छात्रसंघ ने इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल होने की अपील की है और खासकर युवाओं को इस कार्यक्रम का हिस्सा बनने के लिए आवाहन किया है।