बलौदाबाजार जिला में लवन थाना के डोंगरीडीह गांव में मानवता मर गई!
एक मासूम बच्चे को मारने की सुपारी उसी की सौतेली मां और चाची ने अपने तथाकथित प्रेमी और हत्या का मास्टर माइंड गोविंदा को पचास हजार रुपए में दे दिया।
बच्चे की सौतेली मां का कथित प्रेमी गोविंदा ने बच्चे की हत्या करने अपने नाबालिग तीन साथी को भी अपने साथ ले लिया।
14 साल का मृतक अपने मामा गांव जाने निकला तो नाबालिगों ने उसे अपने साथ ले लिया और बेल्ट से गला घोंट कर रस्ते में ही हत्या कर दी, शव को नदी में रेत के भीतर दफन कर दिया।
इस हत्या कांड का खुलासा बच्चे की लाश रेत से उपर आने के बाद हुआ, लोगों ने बच्चे का शव देख कर पुलिस को खबर की और फिर हत्या का खुलासा हुआ।
बताया जा रहा है की सारा मामला अवैध संबंध से जुड़ा है, बच्चे की सौतेली मां अपने प्रेमी से मिलती जुलती थी, घर में 14 वर्षीय लड़का सब जान चुका था, मृतक की चाची भी इस सुपारी किलिंग की हिस्सेदार है, हत्यारों ने अपने ही प्रेमी को लड़के की हत्या के लिए पचास हजार रुपए की सुपारी दी थी।
समाज में सौतेली मां की जो कहानी प्रचलित है, इस हत्या कांड से वह फिर से मजबूत हो गई लेकिन गांव वालों का मानना है की यह हत्याकांड पूरी तरह से अवैध संबंधों की परिणीति है।
सौतेली मां और चाची ने अपने कुकर्म छुपाने के लिए बच्चे को मरवा दिया!
समाज में नैतिक मूल्यों की हत्या भी इस तरह की घटनाओं के कारण हो रहे हैं, प्रेम और अवैध संबंधों की छुपाने के लिए किसी की हत्या करवा देना यह कितनी तर्क हीनता है?
आज संबंधों की अजब गुत्थम गुत्थी समाज को गंदी कर रही है पर लोग इतना क्यों गिर जा रहे हैं की खुद की गलती छुपाने किसी की हत्या करा दे रहे हैं और वह भी अपने ही परिवार से!
विवाह के बाद संबंध समाज में अब यह कोई नई बात नही रह गई है लोग अपनी जिंदगी अपने तरीके से जी रहे हैं पर किसी मासूम की हत्या और आखिर वह मासूम कितना क्या बिगाड़ लेता अपनी सौतेली मां और चाची के प्रेम प्रसंगों को, बदनामी का इतना ही डर रहता है तो लोग ऐसा करते ही क्यों है और अगर हिम्मत से कर भी लेते हैं तो नाम और बदनाम के चोले के बीच किसी की हत्या कहां तक जायज है?