जब सीताफल बेचने बैठ गए अनुज शर्मा
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से लगे धरसीवां विधानसभा क्षेत्र जहां से 50 हजार से भी ज्यादा मतों से जीत कर ऐतिहासिक विजय प्राप्त करने वाले छोलीवुड के सुपरस्टार पद्मश्री अनुज शर्मा का विधायकी काल रोमांचित कर देने वाला है, एक कलाकार, सिंगर, अभिनेता के रूप में उनको सभी पसंद करते हैं लेकिन आजकल विधायक के रूप में भी अनुज का जलवा बरकरार है।
अपने विधानसभा क्षेत्र में आए दिन उनका दौरा रहता है, ठेठ छत्तीसगढ़िया अंदाज में अनुज का आम जनता से मिलना बात करना उनकी समस्याओं को लेकर गंभीर होना, एक कला हृदय का लोगों की पीड़ा से दुखी हो जाना और उनका निराकरण करने के साथ ही आमजन के खुशियों में शामिल होकर एक आम मनखे बनकर राजनीतिक सीमाओं से पार जाकर जीने की कला भी उनकी एक कलाकारी है।
हर मंच में उनसे गाने की अपील करती है जनता और अनुज माईक लेकर सुनाने लगते हैं गाना।
आरुग हे कलशा दाई…छत्तीसगढ़ के बच्चे बूढ़े जवान सभी की जुबान पर है और इसे गाया है अनुज ने एक और बात अनुज की बड़ी बेटी का नाम भी आरूग है!
आरूग छत्तीसगढ़ी का एक शब्द है जिसका तात्पर्य शुद्धता से है और वही शुद्धता अनुज के आम व्यवहार में झलकता है, हंसमुख चेहरा, आनंद से दमकता माथा और नवरस से सराबोर बोली अनुज सहसा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर लेते हैं और शायद यही वजह रही की अनुज ने गैरविधानसभा क्षेत्र में भी रिकॉर्ड जीत हासिल की।
“लोगों को परिवार सा महसूस कराते हैं”
लोगों से बात करने पर वे बताते हैं की उनका विधायक उन्हें हर बार एक पारिवारिक सदस्य जैसा सम्मान देते हैं, हर परिस्थिति में साथ होने का उनका भरोसा ही जनता का अनुज के लिए सम्मान बढ़ाता है।
“मोर नाम अनुज…अनुज माने छोटे भाई”
हर मंच पर उनका अपने विधानसभा परिवार के लिए छोटे भाई बने रहने की बात लोगों के दिलों पर राज करने वाला साइन टॉक है।
सेल्फी विधायक अनुज!
अनुज छत्तीसगढ़िया जन मन के लिए नए नही हैं, मोर छइयां भूइया से लेकर मोर यार सुपरस्टार तक अनुज छत्तीसगढ़ के हर वर्ग से जुड़े हुए हैं ऐसे में लोगों का उनके साथ सेल्फी लेना और यादगार तस्वीरें अपनी सोशल मीडिया पर प्रसारित करना लोगों के लिए कौतूहल है जिसका सम्मान भी अनुज हर मंच और कार्यक्रमों में करते दिखते हैं।
अभी दीपावली के पहले उनका सड़क पर बैठ कर सीता फल और सब्जियां बेचने वाली महिलाओं का मान बढ़ाना भी अनुज का अलग अंदाज है।