छत्तीसगढ़ के जशपुर एसपी ने अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई की, शहर की एक महिला कबाड़ी के ठिकाने पर छापा मार 22 लाख 30 हजार कैश और लगभग 5 लाख का कबाड़ जब्त किया है। एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया, कबाड़ का व्यवसाय करने वाली महिला पूनम साव के घर और दुकान की तलाशी में पुलिस टीम ने 22 लाख 30 हजार रुपये नकद और 5 लाख रुपये मूल्य के कबाड़ के समान जब्त किए हैं, नगद राशि के मामले की जांच आयकर विभाग को सौंपी जा रही है।
एएसपी अनिल सोनी ने बताया कि शहर के साथ पत्थलगांव, कांसाबेल और कुनकुरी थाना क्षेत्र में कबाड़ व्यवसायियों के ठिकानों पर एक साथ छापामार कार्रवाई की गई। पुलिस प्रशासन को लंबे समय से जिले में कबाड़ व्यवसाय के आड़ में चल रहे अवैध कारोबार की शिकायत मिल रही थी। इन शिकायतों को देखते हुए पुलिस ने इस आपरेशन की योजना बनाई गई थी।
अभियान के दौरान कांसाबेल के जशपुर रोड की निवासी महिला कबाड़ी पूनम साहू के घर में भी पुलिस टीम ने छापा मारा। तलाशी के दौरान घर से बड़ी मात्रा में कांसा, तांबा और स्टील के बर्तन, टूल्लू पंप पुलिस ने जब्त किए है।
इतनी बड़ी मात्रा में कांसा तांबा और पीतल के बर्तन मिलने पर कई तरह की शंका जताई जा रही है, प्रदेश में बीते सालों में कांसादान महाअभियान कार्यक्रम भी चला था जिसमें कई टन धातु बर्तन की शक्ल में दान स्वरूप मिले हैं, जिससे बूढ़ादेव स्तंभ बनाने की बात सामने आई थी, ऐसे में उक्त संगठन के भंडारण स्थल से बर्तन चोरी होने की शंका भी जताई जा रही है, इस दिशा में भी पुलिस की जांच जारी है।
जब्त किए गए सामान का कोई हिसाब महिला नहीं दे पाई। घर की तलाशी के दौरान पुलिस ने 22 लाख 30 हजार रुपये नकद जब्त किए हैं।
फिलहाल इस पूरे मामले कि जांच आयकर विभाग को सौंपने की तैयारी है।
कांसाबेल में पुलिस टीम ने पोंगरो के कबाड़ व्यवसायी यूनुस खान और आशीष कुमार उर्फ मंटू के ठिकानों पर भी छापा मार कर तलाशी ली लेकिन यहां से पुलिस को कोई संदेहजनक वस्तु हाथ नहीं लगी है।
अभियान के दौरान पुलिस को दूसरी बड़ी सफलता पत्थलगांव थाना क्षेत्र में मिली। यहां पुलिस टीम ने शहर में कबाड़ व्यवसाय करने वाले तीन व्यवसायी के घरों में छापा मारा। तलाशी में पुलिस ने एक व्यवसायी के पास से एक ट्रक कबाड़ और पिंटू खान व विक्की अग्रवाल के पास से एक-एक पिकअप कबाड़ जब्त किया गया है।
कुनकुरी थाना क्षेत्र में गिनाबहार के कबाड़ व्यवसायी निजाबुल आलम के गोदाम से पुलिस टीम ने शासकीय सप्लाई के झूले, रेलिंग जब्त किया है, मामले की जांच की जा रही है कि यह सरकारी संपत्ति कहां से लाई गई है।
जिला मुख्यालय में भी पुलिस टीम ने रबूल खान, विष्णुबगान निवासी टीपू कबाड़ी और डिपाटोली निवासी पंकज कबाड़ी के ठिकाने पर छापा मारा।
एसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि कबाड़ व्यवसायियों के विरुद्ध मिल रही लगातार शिकायतों के बाद यह अभियान चलाया गया है।
प्रदेश की सबसे बड़ी गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना ने चलाया था कांसादान महाअभियान।
कबाड़ियों के पास मिले कांसा, पीतल, तांबे की बर्तनों को लेकर एक बड़े चोर गिरोह कबाड़ माफ़िया की आशंका जताई जा रही है, पुलिस इस तैयारी में भी है कि संगठन को प्राप्त कांसे के बर्तनों की वर्तमान स्थिति की सही जानकारी ली जाए, कहीं किसी तरह से कोई चोरी की शिकायत तो नही, जिसके लिए संगठन के मुखिया से मिलकर वस्तुस्थिति जानने की तैयारी भी पुलिस कर रही है।
राजधानी रायपुर के बूढ़ा तालाब के बीचोबीच बनना है सल्लागागरा!
छत्तीसगढ़ के राजारायसिंग जगत ने आदिवासियों के इष्टदेव बूढ़ा देव को समर्पित करते हुए तालाब खुदवाया था और इसी तालाब के आसपास गांव बसाया जो कालांतर में रायपुर के नाम से जानी गई।
राजा ने तालाब के बीचोबीच बूढ़ादेव मंदिर भी स्थापित किया जो आज भी आदिवासियों की श्रद्धा का केंद्र है।
प्रदेश के इष्टदेव को स्थापित करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना और आदिवासी समाज ने मिलकर कांसा दान अभियान प्रदेशभर में चलाया और एक बड़े कार्यक्रम के आयोजन में 71 फिट ऊंचा सल्लागागरा स्तंभ बनाने की घोषणा की थी।
दोनों ही सामाजिक संगठन ने बनाई अपनी अपनी राजनीतिक पार्टी
2022 में आयोजन के बाद 2023-24 में विधानसभा चुनाव थे ऐसे में आदिवासी समाज ने हमर राज पार्टी नाम से और CKS ने जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी नाम से राजनीतिक दल बनाई और दोनों ने चुनाव भी लड़ा पर कोई सीट नही जीत पाए और इस तरह बूढ़ादेव स्तंभ स्थापना की बात आई गई हो गई लेकिन दान में कई टन कांसा पीतल के बर्तनों को किसी धातू मूर्तिकार के पास सुरक्षित रखने की जानकारी मिली है, ऐसे में पुलिस इस दिशा में भी जांच कर सकती है।