जनजाति गौरव सम्मान दिवस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने एक बड़ी घोषणा करते हुए प्रदेश भर के जनजाति गौरव की प्रतिमा चौक चौराहों पर स्थापित करने का वचन दिया है।
इससे पहले भिलाई विधायक की एक घोषणा पर नजर डालते हैं और वहां से पैदा हुई पुरखों को सम्मान को लेकर हलचल पर चर्चा करते हैं दरअसल छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने भिलाई विधायक रिकेश सेन के बिहार कोकिला के नाम पर तालाब के नामकरण करने की घोषणा के बाद जोरदार प्रतिकार किया गया, इसके बाद प्रदेश भर में छत्तीसगढ़िया पुरखों के मान सम्मान को लेकर सवाल उठने लगे, जिस तरह से राष्ट्रीय राजनीतिक दलों ने छत्तीसगढ़ को अपने राजनीतिक पुरखों का म्यूजियम बना दिया है उसे देखते हुए छत्तीसगढ़ की आम जनता अपने प्रदेश के पुरखों के लिए थाह तलाश रही है, ऐसे में एक बड़ा सवाल प्रदेश की गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने उठाया और विधायक रिकेश सेन के कार्यालय पर जाकर इस बात का प्रतिरोध किया, इसके बाद भाजपा विधायक ने भिलाई के चौक चौराहा और वार्डों का नाम छत्तीसगढ़ के पुरखों के नाम पर करने की घोषणा की और कुछ दिन बाद जनजाति गौरव सम्मान दिवस पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने भी एक बड़ी घोषणा करते हुए छत्तीसगढ़ के जनजाति पुरखों की प्रतिमा छत्तीसगढ़ के चौक चौराहों पर स्थापित करने की बात कह दी, क्या अब लगता है कि छत्तीसगढ़ में छत्तीसगढ़िया पुरखों के सम्मान का दिन फिरने वाला है? देखना होगा कि राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पुरखे जो गांव नगर शहर शहर चौक चौराहों पर स्थापित है उन्हें हटाकर छत्तीसगढ़ के पुरखों को स्थापित किया जा सकेगा? क्या मुख्यमंत्री जी की घोषणा सफल हो सकेगी? देखने वाली बात होगी।
आभार मुखिया जी @vishnudsai सराहनीय कदम pic.twitter.com/1lKshsGE0B
— PRADESHVAD (@pradeshvad) November 18, 2024