छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की कमी, ऊपर से जो शिक्षक पदस्थ हैं, वे भी समय पर स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ की शिक्षा पर भी गहरा प्रभाव पड़ रहा है। शिक्षा विभाग के स्कूलों में लापरवाही का आलम इस तरह का है कि शिक्षक कई बार बच्चों का इंतजार करते ही रह जाते हैं, लेकिन टीचर्स नहीं पहुंचते।
इसी हकीकत को देखने के लिए जब कसडोल विकासखंड शिक्षा अधिकारी अरविंद कुमार ध्रुव क्षेत्र के स्कूलों में निरीक्षण करने पहुंचे। जहां कई स्कूल से शिक्षक गायब मिले। इस पर 17 शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। संतुष्टि पूर्वक जवाब न मिलने पर संबंधितों पर कार्रवई की जाएगी।
तीनों स्कूलों में बीईओ ने कराई प्रार्थना
कसडोल बीईओ विकासखंड के शासकिया प्राथमिक शाला गिरौदपुरी, शास. प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला कौवाताल में पहुंचे। जहां सुबह 8 बजे तक कोई भी शिक्षक उपस्थित नहीं था। बीईओ ने तीनों स्कूलों में बच्चों की प्रार्थना कराई। तभी पूर्व माध्यमिक शाला प्रधान पाठक दरस राम कैवर्त, जवाहर लाल डडसेना शिक्षक एल बी और प्राथमिक प्रधान पाठक आए।
कौवाताल स्कूल से भी गायब मिले शिक्षक
विकासखंड के प्राथमिक शाला कौवाताल से गिरवर टंडन और चिरंजीव यादव, पूर्व माध्यमिक शाला कौवातल से अशोक दास मानिकपुरी और मनहरण लाल सोनी शिक्षक (एलबी) शासकीय प्राथमिक शाला गिरौदपुरी से सुधा जायसवाल (प्र.पा.), जनक राम बंजारे, भरत लाल पटेल, तेज राम साहू और रोहित कुमार सपती सहायक शिक्षक एल.बी. सभी शिक्षक स्कूल में अनुपस्थित थे।
गिरौदपुरी में भी लापरवाही बरत रहे शिक्षक
बीईओ जब शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल गिरौदपुरी पहुंचे तो वहां पदस्थ राम कुमार वर्मा व्याख्याता एल बी, एस आर भारद्वाज शिक्षक एल बी उपस्थित नहीं थे। प्रज्ञेन्द्र कुमार कर्ष व्याख्याता ( एलबी) सीमा भैना व्याख्याता (एलबी) स्कूल देरी से पहुंचे।
इन सभी को नोटिस जारी किया गया है। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अर्जुनी (म) युगल किशोर पटेल शिक्षक एल बी के द्वारा ऑफलाइन आवेदन छोड़ा, जिसे स्वीकार नहीं करने के निर्देश दिए गए। शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सराईपाली में शिव कुमार बसंत (शिक्षक एल बी) शासकीय प्राथमिक शाला निठोरा में लाल कोशले उपस्थित नहीं थे।