अल्ट्राटेक हिरमी सीमेंट प्रबंधन के एक ठेकेदार की मनमानी ने मजदूर को दर-दर की ठोकरे खाने पर मजबूर कर दिया।
ग्राम अलदा का रहने वाला राजेंद्र वर्मा लगभग 13 वर्षों से अल्ट्राटेक हिरमी सीमेंट प्रबंधन में कार्यरत था एक हादसे में पत्नी की कमर की हड्डी फ्रैक्चर हो गई जिसके इलाज के लिए उसने प्रबंधन ठेकेदार से ईएसआईसी के कागजातों पर दस्तखत करने के लिए निवेदन किया तब हिरमी प्रबंधन ठेकेदार ने दस्तखत करने से मना कर दिया।
ऐसी स्थिति में राजेंद्र को कर्ज लेकर पत्नी का इलाज करना पड़ा और लगभग तीन लाख रुपए खर्च हो गए।
इलाज के उपरांत राजेंद्र ने हिरमी सीमेंट फैक्ट्री के ठेकेदार से ईएसआईसी में इलाज का बीमा क्लेम करने की बात कही लेकिन कंपनी प्रबंधन ने इस बात के लिए भी मना कर दिया और उसे नौकरी से निकाल दिया।
पीड़ित राजेंद्र ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना से मदद की गुहार लगाई इसके बाद सेना के पदाधिकारी हिरमी प्रबंधन से बातचीत किए और जिला श्रम कार्यालय में इस बात की जानकारी दी, जिस पर श्रम अधिकारी ने हिरमी सीमेंट प्रबंधन के ठेकेदार को संपूर्ण इलाज का खर्चा और नौकरी वापस करने की बात कही है, ऐसा न करने की स्थिति में उक्त ठेकेदार का ठेकेदारी लाइसेंस रद्द करने की कड़ी चेतावनी दी गई है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना जिला बलौदा बाजार के पदाधिकारियों के साथ प्रबंधन कार्यालय पहुंचे पीड़ित राजेंद्र ने अपनी मदद के लिए छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
हिरमी सीमेंट प्रबंधन: ठेकेदार की मनमानी पड़ेगी भारी, CKS ने लिया एक्शन… ठेकेदारी लाइसेंस होगी रद्द!
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