रायपुर जिला स्थित नगर खरोरा के सरकारी अस्पताल में 2 माह पहले जिस महिला की जंचकि के दौरान भारी रक्तस्राव के कारण किडनियों में समस्या के चलते डायलिसिस करना पड़ रहा है अब उस परिवार की समस्या बढ़ गई है, 31 वर्षीय महिला की यह दूसरी डिलिवरी थी, जहां महिला के पति ने आरोप लगाया है कि सरकारी अस्पताल में लापरवाही के चलते उसकी पत्नी और दूध मुंहे बच्चे को मौत के करीब ले आया है, पीड़ित ने बताया कि अस्पताल में बिना डॉक्टर की उपस्थिति में नर्स ने जंचकी करा दी और जब मामला बिगड़ता देखा तो जान बचाना है तो रायपुर लेकर जाओ बात कह दिया, महिला के पति ने बताया कि जब वह अपनी पत्नी को तड़पते हुए देखा तो गुस्से और डर में तौरी फौरी गंभीर हालत में को रायपुर ले गया।
जहां आज भी सितंबर माह से डायलिसिस जारी है, गरीब परिवार अब पैसों का मोहताज हो चला है।
मामले की शिकायत CMHO, कलेक्टर, क्षेत्रीय विधायक और मुख्यमंत्री को…अब तक कोई कार्रवाई नही!
पीड़ित के पति ने बताया कि इस भयंकर लापरवाही की शिकायत उसने CMHO रायपुर, कलेक्टर, विधायक और मुख्यमंत्री को कर चुका है पर अब तक कोई कार्रवाई जिम्मेदारों पर नही हुई है और न ही शासन की ओर से उसे किसी तरह की सहायता मिल रही है।
डॉक्टर कह रहें किडनी ट्रांसप्लांट की बात: बीना राम निषाद, पीड़ित महिला का पति
पीड़ित के पति ने बताया कि अब वह निजी अस्पताल के खर्चे उठा सकने की स्थिति में नही है वहीं दूसरी ओर डॉक्टर बायप्सी के बाद किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ने जैसी शंका जता रहे हैं, जिससे परिवार और सहम गया है।
भारी हताश और निराशा के बीच अब पीड़ित महिला और उसके पति ने परिवार सहित आत्मदाह की बात कही!
दुखी परिवार अब दो बच्चों सहित आत्मदाह की चेतावनी दे रहे हैं, उनका सवाल है कि आखिर उन्होंने क्या गलती की थी जो अस्पताल में हुए लापरवाही की सजा उसका परिवार झेल रहा है?
दो बच्चों और पति पत्नी का परिवार है लगभग 5 साल का बड़ा बेटा केजी की पढ़ाई कर रहा है पर जब से मां डायलिसिस पर है बच्चे की देखभाल, गंभीर हालत में पत्नी और दुधमुंहे बच्चे की देखरेख बीना राम ही कर रहा है और टूट चुका है वहीं दूसरी ओर उसकी शिकायत पर कार्रवाई भी नही हो रही जिसके चलते पीड़ित परिवार भारी निराशा से घिर चुका है और आत्मदाह की बात कह रहे हैं!
जिम्मेदारों को नही कोई सुध!
पीड़ित बीना राम का आरोप है कि ऐसी स्थिति में कोई भी जिम्मेदार उनकी सुध नही ले रहा, क्षेत्रीय विधायक से भी उचित कार्रवाई और मदद के लिए गुहार लगाई है पर अब तक किसी ने सुध नही ली, जिला स्वास्थ्य अधिकारी को शिकायत किये 15 दिन बीत चुके हैं पर अब तक कोई कार्रवाई नही हुई है ऐसे में प्रशासनिक तंत्र पर भी सवाल उठ रहे हैं।