छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ प्रदेश कार्यकारिणी की मासिक बैठक शनिवार को वृंदावन हॉल में संपन्न हुई। यह मौका प्रदेश भर के छत्तीसगढ़िया पत्रकारों के समन्वय वैचारिक एकरूपता और हरेली मिलन का था।
इस प्रादेशिक बैठक में छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र रथ गर्व ने संगठन निर्माण के मूल उद्देश्य को बताते हुए कहा कि इस प्रदेश की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी लगातार हासिए पर है और क्योंकि पत्रकारिता ही एक ऐसा माध्यम है जो भाषा की महत्ता स्थापित करती है, ऐसे में छत्तीसगढ़ की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी को स्वप्रदेश में ऊंचाइयों तक पहुंचने का बीड़ा पत्रकारों और साहित्यकारों के कंधे पर है।
बैठक में सर्वप्रथम प्रदेश के दिवंगत पत्रकारों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई तत्पश्चात संगठनात्मक ढांचे को लेकर चर्चा शुरू हुई और जिलेवार संगठन को मजबूत करने के लिए विचार आमंत्रित किए गए उपस्थित सदस्यों ने इस मामले में अपने विचार साझा किए और प्रदेश दौरे का निर्णय लिया गया साथ ही राजधानी रायपुर में जिला स्तर पर एक मजबूत टीम बनाने की प्रक्रिया भी शुरू हुई।
छत्तीसगढ़ी भाषा में लगातार पत्रकारिता करने वाले मूर्धन्य पत्रकारों की सूची बनाई गई और उनसे भेंट कर उन्हें महासंघ में जोड़ने के साथ ही जिम्मेदारी सौंपने की भी रणनीति बनी।
छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ निर्माण को लेकर अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी में पत्रकारिता करने वाले सभी पत्रकार साथियों सहित प्रदेश भर के पत्रकारों को एकजुट करना उनके अधिकारों के लिए लड़ना यही संगठन का संकल्प है।
इस बैठक में महासंघ के स्थापना दिवस को लेकर भी चर्चा की गई और यह तय किया गया कि राज्य स्थापना दिवस के पश्चात ही छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ स्थापना दिवस भी धूमधाम से मनाई जाएगी जिसके लिए प्रदेश भर के पत्रकारों से विचार आमंत्रित किए गए हैं।
पत्रकारों पर होने वाले हमलों झूठे आरोपों और कई तरह के बदले की मंशा से की गई कार्यवाहियों के लिए भी छत्तीसगढ़िया पत्रकार महासंघ ने कड़ाई से चर्चा करने गृहमंत्री से मिलने की योजना बनाई है।
साथ ही प्रदेशभर के पत्रकार साथियों से महासंघ में जुड़ने की अपील की गई।