डॉ. पी.के. राय बने आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान के निदेशक
रायपुर, 5 अप्रैल: प्रख्यात कृषि वैज्ञानिक और पादप रोग विशेषज्ञ डॉ. पी.के. राय ने आज आईसीएआर-राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान, रायपुर के निदेशक का पदभार ग्रहण किया। इस नियुक्ति से पहले, डॉ. राय ने 2017 से 2025 तक आईसीएआर-सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर के निदेशक के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने कई अहम सुधार किए और सरसों अनुसंधान प्रणाली को मजबूती प्रदान की।
डॉ. राय ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से पादप रोग विज्ञान में स्नातकोत्तर एवं पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1996 में एस.के.एन. कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, जोबनेर में सहायक प्राध्यापक (पादप रोग विज्ञान) के रूप में की। बाद में वे सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के जैव प्रौद्योगिकी महाविद्यालय में सहयोगी प्राध्यापक बने। वर्ष 2009 में वे प्रधान वैज्ञानिक के रूप में सरसों अनुसंधान निदेशालय, भरतपुर से जुड़े।
डॉ. राय ने भारतीय सरसों में सफेद रतुआ, स्क्लेरेटोनिया सड़न और अल्टरनेरिया ब्लाइट जैसे प्रमुख रोगों पर उल्लेखनीय अनुसंधान किया। सरसों अनुसंधान निदेशालय के निदेशक के रूप में उन्होंने अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना में व्यापक बदलाव किए। उन्होंने फसल सुधार, उत्पादन और सुरक्षा पर नए अनुसंधान कार्यक्रम आरंभ किए। साथ ही, झारखंड, असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में लघु तेल निष्कर्षक इकाइयों की स्थापना के माध्यम से सरसों की फसल के उपरांत प्रबंधन और मूल्य श्रृंखला विकास को बढ़ावा दिया।
डॉ. राय ने राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और ICAR संस्थानों के साथ तकनीकी प्रदर्शन हेतु मजबूत सहयोग स्थापित किया, विशेषकर पूर्वोत्तर क्षेत्र और बुंदेलखंड में। उन्होंने राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और असम में आठ सरसों बीज हब की स्थापना कर किसानों को उन्नत बीज स्थानीय स्तर पर उपलब्ध कराने की दिशा में महत्त्वपूर्ण कार्य किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विश्व बैंक द्वारा वित्तपोषित “असम एग्रीबिजनेस एंड रूरल ट्रांसफॉर्मेशन प्रोजेक्ट के अंतर्गत परियोजना में विशेषज्ञ परामर्श प्रदान करने हेतु एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
एक प्रखर शोधकर्ता के रूप में डॉ. राय ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में 100 से अधिक शोध लेख प्रकाशित किए हैं। उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है, जिनमें डॉ. पी.आर. कुमार उत्कृष्ट ब्रासिका शोधकर्ता पुरस्कार, फेलोशिप अवार्ड, प्रो. जे.एस. दस्तूर स्मृति पुरस्कार, सरसों अनुसंधान निदेशालय सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार, आस्था फाउंडेशन का लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड और बायोवेद सोसाइटी का मानद फेलोशिप अवार्ड शामिल हैं।
अपनी व्यापक विशेषज्ञता और ऊर्जावान नेतृत्व के साथ, डॉ. पी.के. राय के नेतृत्व में राष्ट्रीय जैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान रायपुर को भारतीय कृषि में जैविक तनावों के प्रबंधन में नए आयामों की ओर अग्रसर करने की आशा है, जिससे देश की खाद्य और पर्यावरणीय सुरक्षा को मजबूती मिलेगी।