छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने लगाए कलेक्टर पर दुर्व्यवहार के आरोप!
रायपुर: चंगोराभाठा स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर समिति की दान में दी गई जमीन को कूट रचना कर निजी लोगों को बेचने के मामले में 2 अप्रैल को ग्रामीणों संग CKS के सेनानी कलेक्टोरेट पहुंचे थे और जमीन की रजिस्ट्री शून्य करने की मांग कर रहे थे, सैकड़ों की संख्या में लोग कलेक्टर से बात करने पहुंचे थे और नारेबाजी करते हुए परिसर में बैठे थे, प्रशासन की ओर से पंद्रह लोगों को कलेक्टर से मिलने की बात हुई और CKS के प्रदेश संरक्षक ठाकुर राम गुलाम सिंह समेत कुछ प्रदेश पदाधिकारी और गांव के मुखिया कलेक्टर से मिलने पहुंचे, बताया जा रहा है की तब कलेक्टर ने जनसमूह को फटकारते हुए कहा, ये कोई धर्मशाला नही है जो मुंह उठा के चले आते हो।
ठाकुर राम गुलाम ने बताया की कलेक्टर खुद को मुख्यमंत्री का बाप बताता है, इतना ही नहीं नौकरशाह ने उपस्थित जनसमूह को गोली मरवाने की बात भी कही, ऐसा ठाकुर राम गुलाम सिंह ने बताया और यह भी कहा की कलेक्टर साहब को आम छत्तीसगढ़िया लोगों से नफरत है, परदेसिया कहने पर उन्हें मिर्ची लग गई और जिन्हें मिलने बुलाए थे उन पर ही बरस पड़े, यहां तक कि जेल में डलवाने की बात कही और आखिर में न्याय मांगने पहुंचे CKS के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र साहू, मोनी कठोतरे को जेल में डाल दिया गया।
मंदिर समिति की जमीन का मामला बहुत पुराना अब तक नही हुआ न्याय?
दरअसल चंगोराभाठा स्थित सिद्धेश्वर महादेव मंदिर समिति को मालगुजार ने चार एकड़ जमीन दान में दी थी जिसे मंदिर के पुजारी में भूमाफियाओं के साथ मिलीभगत कर करोड़ों की जमीन लाखों में बेच दी, जिसके खिलाफ ग्रामीण तब से लामबंद है और न्याय की लड़ाई लड़ रहे हैं।
ग्रामीणों ने इस मामले में छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी गैर राजनीतिक संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना को मदद की गुहार लगाई थी जिस पर सेना के पदाधिकारी कलेक्टर से मिलकर मामले में न्याय की गुहार लगाने गए थे पर उल्टा उन्हें ही जेल में डाल दिया गया।
CKS सेनानियों को जेल भेजने का भारी विरोध, ग्रामीणों और प्रदेशभर के सेनानियों में आक्रोश, हो सकता है बड़ा जनांदोलन!
कलेक्टर द्वारा कथित दुर्व्यवहार के बाद से प्रदेश भर में CKS सेनानी भड़क उठे हैं साथ ही राजधानी रायपुर में चंगोरा भाठा के ग्रामीण भी एकजुट होकर लड़ाई उग्र आंदोलन में परिवर्तित करने ठान लिए है ऐसे में राजधानी रायपुर आने वाले दिनों में जन आक्रोश और प्रदर्शन की भीड़ से पट सकती है!
न्याय मांगने पर जेल?
CKS के ठाकुर राम गुलाम ने बताया की वे कलेक्टर से इस मामले पर संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई के लिए बात करने गए थे पर कलेक्टर साहब उन्हें धमकाने लगे इतना ही नहीं सैकड़ों लोगों को बस में जानवरों की तरह ठूंस कर थाने में ले जाकर घंटो बिठाया और अंततः CKS के प्रदेश उपाध्यक्ष सहित कई लोगों को जेल में डाल दिया गया।
कलेक्टर के इस व्यवहार से अचंभित हुई जनता!
राजधानी जिले में जिलाधीश का इस तरह जनता को धमकाना, गोली मरवाने की बात कहना और आखिर जेल में डाल देना एक नौकरशाह को मिले राजनैतिक शह का नमूना है, देखना होगा आने वाले दिनों में यह घटना किस रूप में आगे आती है!
वीडियो में सुनिए ठाकुर राम गुलाम सिंह ने कलेक्टर पर क्या आरोप लगाए हैं…