छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग की ओर से कार्रवाई जारी है। आज 31 जनवरी को स्क्रूटनी की गई। स्क्रूटनी में प्रदेश की 10 प्रमुख नगर पालिकाओं में दो महापौर पद के उम्मीदवार के नामांकन रद्द किए गए हैं। इतना ही नहीं नगर पालिका और पंचायत के 18 अध्यक्ष पद नामांकन निरस्त किए गए हैं। इसी के साथ ही स्क्रूटनी में 69 पार्षद कैंडिडेट्स के पर्चे भी रद्द किए गए हैं।
107 प्रत्याशियों की जनता के हाथ में किस्मत
छत्तीसगढ़ में 10 नगर निगम हैं। जहां महापौर के लिए अब 107 उम्मीदवार ही रह गए हैं। जिन्होंने अपने क्षेत्र में प्रचार-प्रसार तेज कर दिया है। इन सभी का भविष्य कैसा रहेगा, यह जनता तय करेगी। 11 फरवरी को सभी महापौर की किस्मत ईवीएम में कैद हो जाएगी।
नगर पालिका और पंचायतों में 765 अध्यक्ष कैंडिडेट्स
इधर प्रदेश की 49 नगर पालिकाओं और 114 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद को लेकर भी घमासान शुरू हो गया है। दोनों परिषद में 765 उम्मीदवार अब चुनाव मैदान में हैं। यह स्क्रूटनी में साफ हो गया है। इसके अलावा प्रदेश के निकायों में पार्षद पद के लिए 10737 उम्मीदवारों के नामांकन सही पाए गए हैं।
दुर्ग में बीजेपी-कांग्रेस में सीधी टक्कर
दुर्ग नगर निगम में महापौर पद के लिए दो ही नामांकन आए हैं। यहां भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुक़ाबला रहेगा। यहां चुनावी महौल गरम है। आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वहीं जनता अभी किसी से भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। अभी जनता स्थिति को भांप रही है। आने वाली 11 फरवरी को जनता अपना निर्णय ईवीएम को सौंप देगी।
नारायणपुर और बीजापुर निकाय में भी सीधी टक्कर
इधर नारायणपुर में भी बीजेपी और कांग्रेस से एक एक ही नामांकन दाखिल किया गया है। इसके अलावा बीजापुर में भी एक एक ही नामांकन दाखिल किया गया है। इन दोनों निकायों में सीधा मुकाबला होगा। दोनों की पार्टियों के प्रत्याशियों ने जोर शोर से प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है।