छत्तीसगढ़ में बीएड डिग्रीधारी प्राइमरी सहायक शिक्षकों की नौकरी पर संकट मंडरा रहा है। हालांकि अभी राज्य सरकार की ओर से कोई ओदश जारी नहीं हुआ है, लेकिन प्रदेश के करीब 3 हजार से ज्यादा शिक्षकों की नौकरी पर तलवार लटकी हुई है। अपनी नौकरी बचाने की मांग को लेकर सहायक शिक्षक पिछले 12 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।
सहायक शिक्षकों का रायपुर के तूता धरना स्थल पर पिछले 12 दिनों से धरना जारी है। जहां हर दिन सहायक शिक्षक सरकार का ध्यान खींचने अलग-अलग एक्टिविटी कर रहे हैं। पिछले दिनों जहां शिक्षकों ने मुंडन कराया था, वहीं आज 30 दिसंबर को शिक्षकों का जल सत्याग्रह हुआ है। इस दौरान उन्हें पुलिस ने धरना स्थल के पास ही रोक लिया। जहां शिक्षक जमकर नारेबाजी कर सरकार से उनकी नौकरी बचाए रखने की मांग कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ में बीएड और डीएलएड शिक्षकों के नियुक्ति विवाद पर कोर्ट का आदेश आया था। उस आदेश के बाद अब प्राइमरी में पदस्थ बीएड डिग्रीधारी सहायक शिक्षकों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है। उनकी नौकरी कभी भी जा सकती है। ऐसे में अब सहायक शिक्षक उन्हें यथावत रखने की मांग कर रहे हैं।