उदयपुर में उपकार पंथी लोकनृत्य दल ने राष्ट्रीय मंच पर दी शानदार प्रस्तुति
चंदखुरी : पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा भगवान बिरसा मुंडा के 150 वीं जयंती पर दो दिवसीय राष्ट्रीय जनजाति महोत्सव 15 व 16 नवंबर को राजस्थान के उदयपुर में सम्पन्न हुआ। छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध उपकार पंथी लोकनृत्य दल के कलाकारों ने महोत्सव के प्रथम दिवस गुरू पूर्णिमा पर शाम को शिल्पग्राम के मुक्ताकाशी रंगमंच में अपनी प्रस्तुति दी। कलाकार धनीराम गिलहरे ने बताया सांस्कृतिक मंत्रालय भारत सरकार संगीत नाट्य अकादमी से उस्ताद बिस्मिल्लाह खान राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित लोकनृत्य उपकार पंथी दल भारत के विभिन्न राज्यों में राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में लगातार अपनी प्रस्तुति देते आ रही है।
मीडिया साथी देव हीरा लहरी ने बताया माता कौशल्या धाम चंदखुरी से लगे ग्राम कुटेसर में तीन पीढ़ी से यहां के लोग लगातार पंथी लोकनृत्य करते आ रहे हैं, पंथी नृत्य के जरिए बाबा गुरू घासीदास के बताए संदेश को जन-जन तक पहुंचाते आ रहे हैं, 16 सदस्यीय पंथी लोकनृत्य दल एक नई उर्जा के साथ मंच में उतरते हैं, मांदर के थाप में नृत्य के साथ मन मुग्ध कर देते हैं। संस्था को छत्तीसगढ़ राज्य शासन द्वारा देवदास बंजारे स्मृति अलंकरण सम्मान से भी सम्मानित किया गया है, उदयपुर के कार्यक्रम में संयोजक दिनेश जांगड़े के साथ साथी कलाकार धनीराम, सलीम, मनहरण, विजय, गंगाराम, अजय, दुलेश्वर, गोविन्द, उपेन्द्र, गौकरण, पंकज, किशन, दयादास एवं महेश्वर शामिल थे।