छत्तीसगढ़ को केंद्र सरकार की तरफ से एक बड़ी सौगात मिली है। राज्य में 278 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी गई है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी साझा करते हुए बताया कि यह लाइन खरसिया, नया रायपुर और परमलकसा मार्ग पर बनेगी।
छत्तीसगढ़ के आठ जिलों को सीधे तौर पर पहुंचेगा फायदा
इस परियोजना पर कुल 8741 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें पांचवीं और छठी लाइन बिछाई जाएंगी। इस नए रेल रूट से छत्तीसगढ़ के आठ जिलों को सीधे तौर पर फायदा पहुंचेगा। इनमें रायगढ़, जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलासपुर, बलौदा बाजार, रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव शामिल हैं।
इस रेल परियोजना से इन जिलों को बेहतर रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। यात्री परिवहन के साथ-साथ माल ढुलाई में भी तेजी आएगी। खासकर औद्योगिक क्षेत्र और खनिजों की ढुलाई के लिए यह रूट बेहद फायदेमंद साबित होगा।
महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में लागू होगी परियोजनाएं
केंद्र सरकार ने रेलवे की क्षमता बढ़ाने के लिए चार मल्टीट्रैकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी है। इनकी कुल लागत 18,658 करोड़ रुपये होगी। यह परियोजनाएं महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ के 15 जिलों में लागू की जाएंगी।
इस परियोजना से भारत के रेलवे नेटवर्क में 1247 किलोमीटर की नई लाइन जुड़ेगी। इससे कोयला, लौह अयस्क, सीमेंट और अन्य भारी माल का ट्रांसपोर्ट आसान होगा। भीड़भाड़ वाले रेल मार्गों पर दबाव कम होगा और ट्रेनों की समयबद्धता बढ़ेगी।
बलौदाबाजार जैसे इलाकों को सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी
खरसिया-परमलकसा रूट से बलौदा बाजार जैसे इलाकों को सीधी रेल कनेक्टिविटी मिलेगी। इससे क्षेत्रीय औद्योगिक विकास को रफ्तार मिलेगी। साथ ही, कृषि उत्पादों और उर्वरकों का आवागमन सुगम हो जाएगा।
रेल मंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट न केवल लॉजिस्टिक्स को सुधारेगा, बल्कि रोजगार भी पैदा करेगा। इस कदम से छत्तीसगढ़ के आर्थिक ढांचे को मजबूती मिलेगी और राज्य को विकास की नई दिशा मिलेगी।