छत्तीसगढ़ में आज से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का महापर्व शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय बालोद जिले के गुण्डरदेही विकासखंड स्थित भांठा गांव में धान खरीदी केंद्र का शुभारंभ करेंगे।
इस अवसर के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। आपको बता दें कि धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध छत्तीसगढ़ में आज, 14 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी योजना की शुरुआत हो रही है।
इस बार 100% ऑनलाइन और ऑफलाइन टोकन की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सरकार 3100 रूपए के सर्मथन मूल्य पर धान खरीदेगी।
आज धान खरीदी को लेकर CM साय ने अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें लिखा है कि अन्नदाता साथियों के धान का एक-एक दाना खरीदना हमारा लक्ष्य है, जिसके तहत इस बार 27 लाख से अधिक किसानों का धान हमारी सरकार खरीदेगी और भुगतान भी 72 घंटे के अंदर सुनिश्चित करेंगे।
किसानों को धान खरीदी के लिए अधिक दूरी तय न करना पड़े, इसका भी हमने विशेष ख्याल रखा है और 2739 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से पूरी पारदर्शिता के साथ धान खरीदी की व्यवस्था की गई है।
अन्नदाता हमारे छत्तीसगढ़ की आत्मा हैं, उनकी मेहनत को पूरा दाम और सम्मान मिले, इसके लिए हमारी सरकार तत्पर है। हमने किसानों से उनके पूरी उपज को खरीदने, खरीदी में पूरी पारदर्शिता बरतने और तय समयसीमा में भुगतान करने पर विशेष ध्यान दिया है।
केंद्रों पर मिलेंगी ये सुविधाएं
धान खरीदी केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी कर ली गई हैं। प्रमुख रूप से नए और पुराने बारदाने भी पहुंचा दिए गए हैं, जिनमें नए बारदाने विपणन संघ द्वारा प्रदान किए गए हैं, जबकि पुराने बारदाने राइस मिलर्स और पीडीएस दुकानों से प्राप्त कर केंद्रों पर भेजे गए हैं।
इसके साथ ही नमी मापक यंत्र, पीने के पानी और शौचालय जैसी सुविधाएं भी किसानों की सुविधा के लिए सुनिश्चित की गई हैं। पिछले वर्ष टोकन के लिए रात में लंबी कतारों की मीडिया में आई खबरों को ध्यान में रखते हुए, इस बार शासन ने 100% टोकन की सुविधा ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से उपलब्ध कराई है।
बायोमेट्रिक से होगी धान खरीदी
गौरेला पेंड्रा मरवाही में इस बार सीमांत और लघु किसानों को केवल दो टोकन और दीर्घ किसानों को तीन टोकन ही जारी किए जाएंगे, जिनसे उन्हें अपने पूरे धान का विक्रय करना होगा।
इस बार भी धान खरीदी फिंगरप्रिंट या बायोमेट्रिक प्रणाली से ही होगी, जिसके लिए सभी खरीदी केंद्रों में बायोमेट्रिक मशीनें स्थापित कर दी गई हैं।