रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजनीति में शराब का अहम रोल है, शराब ने पिछली सरकार गिरा दी और अब शायद यह सरकार भी शराब की भेंट चढ़ जाए!
प्रदेश में एक बार फिर से शराब पर सियासत शुरू हो गई है। दरअसल आबकारी विभाग ने शराब की मनपसंद ब्रांड किस दुकान में उपलब्ध है, यह जानने के लिए एक ऐप जारी किया है। उस ऐप का नाम मनपसंद रखा गया है।
इस ऐप पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि, यह बढ़िया है, अब लोग नकली नहीं असली शराब पीएंगे।
इस पर तंज कसते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कुछ ऐसी बातें कह दीं, जिस पर राजनीतिक मर्दानगी का सवाल पैदा हो गया है!
दरअसल भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया पर लिख कि, भाजपा कह रही है कि हम “बढ़िया से बढ़िया” शराब लोगों को पिलाएँगे। #स्कूल_बंद_स्कॉच_शुरू योजना के अंतर्गत भाजपा का अब नया नारा है। “हमने बनाया है, हम ही पिलाएँगे”… बस फिर क्या था, चंद्राकर जी ने बिफरते हुए कहा है कि, थोड़ी भी राजनीतिक नैतिकता है तो मेरा पूरा वीडियो अपने फेसबुक पेज में और कांग्रेस के पेज में डलवाएं… मैं सोचता था भूपेश बघेल मर्दों जैसी राजनीति करते हैं, कांग्रेस की करतूत और उनका दृष्टिकोण जनता के सामने आ सके कि, शराब बंदी हमने कहा था, या उन्होंने क्या कहा था…
यहीं नहीं रुके, उनहोंने आगे कहा कि, एक साल के अंदर भूपेश बघेल इतने मुद्दाविहीन हो चुके हैं, जिसके चलते उनको एडिट वीडियो के सहारे नेतागिरी चमकानी पड़ रही है… हिम्मत है तो चुनौती स्वीकार करें, और मर्दों जैसी राजनीति करें और नहीं तो जाकर फिर टेस्टोस्टेरोन टेस्ट कराएं मर्द हैं… यह जरूर टेस्ट कराएं कि वो मर्द हैं कि नहीं?