राजधानी रायपुर में कूटरचना कर जमीन हड़पने की शिकायत खरोरा के दो भाइयों ने खम्हारडीह थाने में की है!
शिकायतकर्ताओं ने अपने पिता के पैरालिसिस होने का फायदा उठा कर कूटरचित कागजात के माध्यम से उनकी मालिकाना जमीन रिश्तेदारों द्वारा हड़पने के आरोप में संबंधितों पर कार्रवाई करने अपील की है।
आवेदक नवजोत सिंह और जसप्रीत सिंह भाटिया ने अपने पिता के बीमार होने का फायदा उठाकर कुटरचित मुख्तियारनामा बनाकर राजधानी रायपुर की खमहारडीह स्थित बेसकीमती जमीन उनके अपने रिश्तेदारों द्वारा खुद के नाम कर लेने की शिकायत की गई है, उनका आरोप है कि उनके पिता पैरालिसिस हो जाने से काफी बिमार चल रहे थे, उनका ईलाज रामकृष्ण केयर हास्पीटल में चल रहा था, वे अक्सर बिस्तर में रहते थे, वे कहीं आना-जाना नहीं करते थे। बाद में उनका स्वास्थ्य अधिक खराब होने जाने के कारण उन्हे इलाज के लिए हैदराबाद ले गये थे जहां उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से उन्हें 24.09.2013 को डिस्चार्ज कर दिये जाने पर खरोरा वापस लाया गया था तथा दिनांक 13.10.2013 को उनकी मृत्यु हो गई।
फरवरी 2010 से जबसे वे बिमार थे अपने मृत्यु दिनांक तक अपने किसी भी काम से बाहर आना-जाना नहीं किये पर इसी बीच उनके तथाकथित संबंधियों द्वारा फर्जी मुख्तियारनाम बना कर जमीन अपने नाम करा लिया गया।
आवेदकों का कहना है की उनके पिता उक्त रिश्तेदार के साथ काम भी किये थे जिसके चलते उन्हें जमीन की जानकारी थी और बीमारी के बारे में भी जानते थे!आ
आवेदकों ने आरोप लगाया कि जब उनके पिता को गंभीर अवस्था में ईलाज के लिए बाहर हैदराबाद ले जाने के बाद भी उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की जानकारी रिश्तेदारों को लगी इसी बीच मौके का फायदा उठा कर कुटरचित दस्तावेजों के आधार पर जमीन अपने नाम करा ली गई!
जबकि गुरुजीत सिंग भाटिया फरवरी 2010 से पैरालिसीस अटैक आने के कारण बिस्तर में थे वे कभी पंजीयक कार्यालय नहीं गए।
वहीं उनकी मृत्यु के बाद उक्त मुख्तियारनामा जो कि शून्य हो चुका था के आधार पर शिकायतकर्तागण को सूचना दिए बिना नामांतरण भी करा लिया गया है।
आवेदक ने सारे दस्तावेजों के साथ मामले की शिकायत संबंधित थाने में की है और जांच कर उचित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने अपील की है।
