छत्तीसगढ़ के केशकाल विधानसभा अंतर्गत ग्राम ईरागांव पंचायत से महिला के साथ बेहद शर्मनाक व्यवहार का मामला सामने आया है। एक रोजगार सहायक संजय नेगी पर आरोप है कि उसने राशन कार्ड बनाने के बदले पहले मुर्गा और फिर शारीरिक संबंध की डिमांड की। मामला सामने आने के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है और पीड़िता ने जनपद पंचायत और SDM कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
आवेदिका ने अपनी शिकायत में बताया कि उसने ईरागांव पंचायत के रोजगार सहायक संजय नेगी से राशन कार्ड बनवाने के लिए आवेदन किया था। जब कार्ड बन गया, तो संजय नेगी ने पहले कहा कि उसे “मुर्गा” चाहिए। महिला ने स्पष्ट किया कि उनके पास मुर्गा नहीं है और वे 500 रुपये दे सकती हैं। इस पर आरोपी ने कथित रूप से कहा, “अब पैसा नहीं चाहिए, एक रात तू चाहिए।”
यह सुनकर महिला हक्का-बक्का रह गई और उसने तुरंत अपने पति को जानकारी दी। इसके बाद पूरे परिवार ने ग्राम पंचायत में शिकायत दर्ज कराई।
ग्राम पंचायत ने किया प्रस्ताव पारित
ग्राम पंचायत स्तर पर पंच-सरपंच की उपस्थिति में रोजगार सहायक के खिलाफ उचित कार्यवाही का प्रस्ताव पारित किया गया। मामला बढ़ता देख महिला ने 9 जून को केशकाल जनपद पंचायत कार्यालय पहुंचकर लिखित शिकायत भी की।
SDM ने दिए जांच के आदेश
इस गंभीर शिकायत को लेकर केशकाल के SDM अंकित चौहान ने कहा कि, “हमें शिकायत प्राप्त हुई है। इस संबंध में जांच टीम गठित कर दी गई है। यदि आरोप सत्य पाए गए, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यदि कोई भी हितग्राही से इस प्रकार की अनैतिक मांग करता है, तो तुरंत शिकायत करें।”
महिला सम्मान से खिलवाड़ पर सवाल:
यह मामला छत्तीसगढ़ की पंचायत व्यवस्था में भ्रष्टाचार और महिला अधिकारों के दमन का चिंताजनक उदाहरण है। जहां शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का उद्देश्य जरूरतमंदों तक सुविधाएं पहुंचाना है, वहीं कुछ भ्रष्ट अधिकारी इन योजनाओं का निजी फायदे के लिए दुरुपयोग कर रहे हैं।