छत्तीसगढ़ के बालोद जिले से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक सहायक इंजीनियर ने अपनी ही पत्नी की हत्या को सड़क हादसे का रूप देने की कोशिश की। लेकिन, बालोद पुलिस ने दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद इस अंधे हत्याकांड की साजिश का खुलासा किया।
यह घटना 22 मार्च की है, जब दल्लीराजहरा थाना क्षेत्र के हितकसा गांव के पास स्कूटी सवार बरखा वाशनिक की मौत की सूचना पुलिस को मिली।
शुरू में ऐसा लगा कि किसी अज्ञात वाहन की टक्कर से यह हादसा हुआ है। लेकिन मृतका के मायके पक्ष ने पति शीशपाल वाशनिक पर हत्या का शक जताते हुए मामले की दोबारा जांच की मांग की।
60 हजार की दी थी सुपारी
जांच के दौरान पता चला कि शीशपाल ने अपने साथी कयामुद्दीन को 60 हजार रुपये देकर हत्या की सुपारी दी थी। हत्या के दिन शीशपाल ने पहले बोलेरो से स्कूटी सवार पत्नी को टक्कर मारी, फिर जब वह सड़क पर गिरी तो लोहे की रॉड से बर्बर हमला कर हत्या कर दी।
यूट्यूब से सीखी थी साजिश और पुलिस को चकमा देने की ट्रिक
जांच में यह भी सामने आया कि शीशपाल ने पूरी साजिश को अंजाम देने के लिए यूट्यूब से वीडियोज देखकर हत्या के तरीके और पुलिस जांच से बचने की तकनीक सीखी थी।
उसने अपने मोबाइल को जानबूझकर भिलाई ऑफिस के एक कर्मचारी के पास छोड़ दिया था, जिससे उसकी लोकेशन अलग दिखे। साथ ही, बोलेरो की नंबर प्लेट निकाल दी थी, ताकि कोई पहचान न सके।
पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
लगातार तकनीकी जांच, सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स के आधार पर पुलिस ने पूरे मामले की गुत्थी सुलझा ली। अब आरोपी पति शीशपाल और उसका साथी कयामुद्दीन पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि यह केस तकनीकी और जमीनी जांच का बेहतरीन उदाहरण है।