10 दिसंबर शहीद वीर नारायण सिंह की शहादत तिथि, इस दिन छत्तीसगढ़ के आदिवासी राजा शहीद वीरनारायण सिंह को रायपुर के जय स्तंभ चौक पर फांसी दी गई थी और पूरी दुनिया के लिए यह बड़ा उदाहरण हुआ की शहीद वीरनारायण सिंह को फांसी के बाद उनकी मृत देह को तोप से उड़ा दिया गया, ऐसा पहली बार हुआ था की अंग्रेजी हुकूमत छत्तीसगढ़ के शेर जैसे राजा के दहाड़ का डर नहीं भुला पा रहा था।
छत्तीसगढ़ के लिए आज बलिदान दिवस है और इसे पूरा प्रदेश अपने राजा की याद में मना रहा है।
राजधानी रायपुर के जय स्तंभ चौक पर शहीद वीर नारायण सिंह की आदमकद प्रतिमा स्थापित है जिस पर माल्यार्पण कर पूजा अर्चना की गई तो वहीं दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इलाके में वीर नारायण सिंह जी की आदमकद मूर्ति स्थापित की गई।
प्रदेश की सबसे बड़ी गैर राजनीतिक संगठन के सेनानी और तरीघाट के सरपंच अशोक साहू के प्रयासों से शहीद वीर नारायण जी की मूर्ति स्थापित हुई, इस मौके पर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश अध्यक्ष अजय यादव और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल सहित CKS और JCP के सैकड़ों लोग व ग्रामीण उपस्थित रहें।
शहीद वीरनारायण जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया और उनकी शहादत को सलाम करते हुए उनके शौर्य की कहानी कही गई, इस मौके पर छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना के साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी पुरखों को नमन किया गया और हर एक छत्तीसगढ़िया में वीर नारायण सिंह जैसा शौर्य समाहित हो ऐसी कामना की गई।
बताते चलें कि आज के दिन शहीद वीरनारायण सिंह जी की जन्मभूमि बलौदा बाजार के सोनाखान में भी एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित हुआ साथ ही बसना में वीर मड़ई का आयोजन हुआ, वहीं दूसरी ओर धमतरी- बालोद के राजाराव पठार में भी शहीद वीर नारायण सिंह जी की शहादत दिवस पर विशाल वीर मेला का आयोजन किया गया है।
देखें वीडियो सुनें अमित बघेल ने क्या कहा…