छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड के एक आदेश पर अब राजनीतिक विवाद छिड़ गया है। जुमे की नमाज के बाद होने वाली तकरीर के टॉपिक की जानकारी वक्फ बोर्ड को देकर इजाजत लेने के आदेश से बवाल मच गया है। इसमें अब सांसद असदुद्दीन ओवैसी की एंट्री हो गई है।
ओवैसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बीजेपी पर जमकर हमला बोला है। इस पर सीएम साय के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने पलटवार कर ओवैसी पर तंज कसा है। वहीं छत्तीसगढ़ की सियासत में भूचाल आ गया है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के इस आदेश का कहीं समर्थन तो कहीं विरोध शुरू हो गया है।
तकरीर के टॉपिक के लिए लें इजाजत
बता दें कि छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने मौखिक रूप से निर्देश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि प्रदेश की मस्जिदों में (जुमे की नमाज) शुक्रवार की नमाज के बाद तकरीर (बातचीत) होती है। इसके टॉपिक की अनुमति वक्फ बोर्ड से लेना होगी। यह टॉपिक विवादित नहीं होना चाहिए। इसलिए छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड ने यह निर्णय लिया है। जो इस नियम का पालन मुतवल्ली (मस्जिद की संपत्ति का प्रबंध करने वाला) नहीं करेगा। उन पर लीगल एक्शन होगा।
ओवैसी ने बीजेपी पर कसा तंज
वक्फ बोर्ड ने छत्तीसगढ़ के सभी मुतवल्लियों को निर्देश दिए हैं। इस पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने बीजेपी पर हमला बोला और ऐतराज व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट की है। जिसमें लिखा है कि छत्तीसगढ़ की बीजेपी सरकार का वक्फ बोर्ड चाहता है जुम्माह का खुतबा (भाषण) से पहले खतीब (भाषण देने वाला) अपने खुतबे (भाषण) की वक्फ बोर्ड से जांच कराएं। बोर्ड की इजाजत के बिना खुतबा (भाषण) ना दें।
22 नवंबर से होगा लागू
वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ. राज ने जानकारी दी कि मस्जिद को राजनीतिक अड्डा बना लिया है। जहां धर्म की बात होना चाहिए, न कि किस पार्टी को वोट देना है, इसको लेकर फतवा जारी किया जाए। केंद्र की योजनाओं की अधूरी जानकारी मुस्लिम समुदाय को नहीं दी जाए, इन सब मसलों को लेकर यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार यानी 22 नवंबर से इस नियम को लागू कर दिया जाएगा। इसका पालन नहीं करने वाले मुतवल्लियों पर लीगल एक्शन होगा।
वक्फ बोर्ड के निर्णय पर आपत्ति जताने वाले मुस्लिम नेता असदुद्दीन ओवैसी के तंज पर सीएम विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार ने पलटवार किया है। सीएम के मीडिया सलाहकार पंकज कुमार झा ने एक्स पर ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए ओवैसी के लिए लिखा कि बोर्ड में अभी अधिकतर सदस्य कांग्रेस के द्वारा नियुक्त किए गए हैं। छत्तीसगढ़ में आग लगाने की अनुमति आपको नहीं दी जाएगी। आगे उन्होंने लिखा कि यहां कानून-व्यवस्था हर हाल में बहाल और चुस्त-दुरुस्त रखी जाएगी। छत्तीसगढ़ में संविधान किसी भी मजहब से ऊपर माना जाता है। वहीं उन्होंने कहा कि आर्टिकल 25 की धमकी कहीं ओर इस्तेमाल करें।
इस तरह की जाएगी मॉनिटरिंग
वक्फ बोर्ड के सदस्यों ने जानकारी दी कि तकरीर के टॉपिक की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसकी निगरानी वॉट्सऐप ग्रुप के माध्यम से की जाएगी। इसको लेकर ग्रुप बनाया जाएगा, इसमें प्रदेश की सभी मस्जिदों के मुतवल्लियों को जोड़ेंगे। जुम्मे की नमाज के उपरांत तकरीर में किन टॉपिक ( मुद्दों) पर चर्चा होगी। मुतवल्ली इस ग्रुप में शेयर करेंगे। उन टॉपिक्स को बोर्ड के सदस्य पढ़ेंगे। इसके बाद विवादित मुद्दों को संशोधित कर दोबारा मुतवल्ली को भेजा जाएगा। इसके बाद संशोधित मुद्दों पर ही तकरीर की जाएगी।