जगन्नाथ मंदिर की ध्वजा और चील…अनहोनी की आशंका या कुछ और?

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भारत के पवित्र चार धामों में से एक जगन्नाथ मंदिर एक बार फिर सुर्खियों में है लेकिन इस बार वजह कुछ अलग और रहस्यमयी है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि एक चील मंदिर के शिखर पर लहराते पवित्र ध्वज के इर्द-गिर्द चक्कर लगाते हुए उसे अपने पंजों से पकड़ने की कोशिश कर रही है। यह दृश्य जहां एक ओर देखने में असामान्य लगता है वहीं दूसरी ओर इससे भक्तों और ज्योतिषाचार्यों के बीच गहरी चिंता की लहर दौड़ गई है। कई लोग इस घटना को अशुभ संकेत मान रहे हैं और आशंका जता रहे हैं कि यह किसी संभावित अनहोनी का पूर्वाभास हो सकता है।
मंदिर से जुड़े ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि यह सिर्फ एक संयोग नहीं, बल्कि यह ग्रह-नक्षत्रों की अशांत स्थिति और आने वाले प्राकृतिक या सामाजिक परिवर्तन का संकेत हो सकता है। उनका कहना है कि पहले भी जब मंदिर से जुड़ी असामान्य घटनाएं सामने आई थीं, तो कुछ समय बाद बड़े बदलाव या आपदाएं देखने को मिली थीं। साल 2020 में मंदिर के ध्वज में बिजली गिरने से आग लग गई थी, और कुछ ही सप्ताह बाद कोरोना महामारी का भयावह दौर शुरू हो गया। 2022 में मंदिर के कुछ हिस्सों में दरारें आने की खबरें आईं थीं, और इसके बाद राज्य की राजनीति में बड़ा उलटफेर हुआ था।
जहां एक ओर श्रद्धालु इसे अपशकुन मानकर चिंतित हैं, वहीं कुछ स्थानीय निवासियों का कहना है कि वीडियो में दिखाई देने वाला ध्वज शायद मुख्य मंदिर का नहीं, बल्कि आसपास किसी छोटे मंदिर का हो सकता है। हालांकि, इस बारे में अभी तक मंदिर प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। वीडियो वायरल होने के बाद लोग इस रहस्यमयी घटना को लेकर और भी ज्यादा उत्सुक हो गए हैं। बहुत से लोग इसे ईश्वर की कोई चेतावनी मान रहे हैं, तो कुछ इसे प्राकृतिक घटना कहकर टालने की कोशिश कर रहे हैं।

इसकी पुष्टि नहीं हुई है। कुछ स्थानीय लोग कह रहे हैं कि वीडियो में दिखा ध्वज शायद किसी छोटे मंदिर का हो सकता है, लेकिन अभी तक मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
क्या “चील द्वारा ध्वज को पकड़ना” अपशकुन है?
धार्मिक और ज्योतिषीय दृष्टिकोण से कुछ लोग इसे अपशकुन मानते हैं, जबकि वैज्ञानिक नजरिए से यह एक सामान्य प्राकृतिक घटना हो सकती है।
क्या पहले भी जगन्नाथ मंदिर में ऐसी “असामान्य घटनाएं” हुई हैं?
हाँ, 2020 में ध्वज में बिजली गिरने की घटना और 2022 में मंदिर में दरारें पड़ने की खबरें आई थीं, जिनके बाद बड़े सामाजिक या राजनीतिक बदलाव देखे गए।
क्या “जगन्नाथ मंदिर का ध्वज” धार्मिक रूप से विशेष महत्व रखता है?
हाँ, यह ध्वज हर दिन बदला जाता है और इसे शुभता, परंपरा और ईश्वर की कृपा का प्रतीक माना जाता है।
क्या “मंदिर प्रशासन” ने चील घटना पर कोई प्रतिक्रिया दी है?
नहीं, अभी तक मंदिर प्रशासन की ओर से इस वायरल वीडियो को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

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