छपोरा के पेसिव इंफ्रा में CKS की धमक!
जून 2024 में हुए एक हादसे के कारण एक पैर से विकलांग सिनोधा के युवक की मदद करने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना की टीम छपोरा स्थित पेसिव इंफ्रा पहुंची जहां पर टीम ने फैक्ट्री प्रबंधन से बात की और युवक को उचित मुआवजा देने की मांग की।
दरअसल सिनोधा के युवा लेखराज पेसिव इंफ्रा में काम करता है जहां दुर्घटना के कारण उसका एक पैर काटना पड़ा इस बीच फैक्ट्री प्रबंधन ESIC से उसका इलाज कराता रहा लेकिन किसी तरह से आर्थिक मुआवजे की घोषणा नहीं की और ना ही आर्थिक सहयोग किया जिसे लेकर पीड़ित युवक के परिवार ने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के सेनानियों से मदद के बात की और अपनी समस्या बताइए जिस पर तिल्दा नेवरा खंड के सभी सेनानी भाई उसकी मदद करने और फैक्ट्री प्रबंधन से बात करने पेसिव इंफ्रा पहुंचे, प्रबंधन ने पीड़ित को अपनी फैक्ट्री में स्थाई नौकरी, ड्राई मोटरसाइकिल व प्रति माह पेंशन की राशि देने का प्रस्ताव रखा और नकद मुआवजे के रूप में 5 लाख रुपये की पेशकश की जिस पर परिवार की सहमति नहीं बनी, पीड़ित परिवार ने मुआवजे की राशि 50 लाख रुपए की मांग प्रबंधन से की है, बताया जा रहा है कि पीड़ित युवक 19 वर्षीय खेमराज अविवाहित है घर में अकेला कमाने वाला था, पिता लकवा ग्रस्त है, बड़ा भाई विकलांग है और मां ग्रहणी है ऐसे में बेबस मजबूर परिवार का कोई देखने वाला नहीं है।
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने परिवार का समर्थन करते हुए निर्धारित राशि के लिए सहमति जताई।
फैक्ट्री प्रबंधन ने उनकी बात सुनी और उचित मुआवजे के लिए सहमति जताई है और सप्ताह भर का समय मांगा है।
अब देखने वाली बात होगी, क्या पीड़ित परिवार को उनका हक मिल पाता है या फिर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना को अन्य मामलों की तरह उग्र होना पड़ेगा, बताते चलें कि कुछ माह पूर्व ही पास के टंड़वा स्थित बजरंग पॉवर में भी इसी तरह की घटना में एक 20 वर्षीय युवक की मौत हुई थी जिस पर CKS ने बड़ा आंदोलन कर पीड़ित परिवार को 35 लाख रुपये का मुआवजा और पीड़ित परिवार के एक सदस्य को नौकरी के साथ ही मृत युवक की मां को जीवनभर 12 हजार रुपए का पेंशन दिलवाया, जिससे प्रदेशभर में CKS के प्रति लोगों का समर्थन बड़ा और लोग उम्मीद करते हैं की छत्तीसगढ़िया क्रान्ति सेना उन्हें न्याय दिलाये।